चारों ओर गंगा नदी से घिरे टापूनुमा 21 पंचायतों वाले राघोपुर प्रखंड के अगले छह माह के लिए जिले और प्रदेश से सड़क संपर्क पूरी तरह भंग हो गया है। राघोपुर की लाइफलाइन सड़क सम्पर्क पथ कच्ची दरगाह पीपा पूल बुधवार सुबह खोल दिया गया। अब लोगो का पटना से सड़क संपर्क खत्म हो गया।पीपा पूल खुलने के साथ ही लोगो को अब छह महीने नाव की सवारी करनी पड़ेगी।हालांकि स्थानीय लोगो ने पूल खोलने पर पूल निगम एव ठेकेदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अभी नदी में पानी की इतनी बढ़ोतरी भी नही हुई है लेकिन ठेकेदार द्वारा पूल खोल दिया गया।
राघोपुर के लोगों को पीपा पुल के लिए अगले नवंबर माह तक करना होगा इंतजार
पुल खुलने से शुरू हुई परेशानी
गुरुवार को पीपापुल खुलने से प्रखण्ड के 18 पंचायतो के दर्जनों गांव के लोगो की परेशानी शुरू हो गई। फतेहपुर ,राघोपुर ,जुड़ावनपुर ,चकसिंगार ,मल्लिकपुर ,सैदाबाद ,पहाड़पुर ,रामपुर सहित प्रखण्ड के सभी गांव के लोगो को पटना जाने के लिये अब नाव की सवारी करनी पड़ेगी ।
अब दैनिक मजदूरी करनेवाले ,सब्जी बेचने वाले ,दूध मार्केट ले जाने वाले या आफिस डियूटी करने वालो को निर्धारित समय से करीब एक घण्टा पहले घर से निकलना होगा साथ ही जेब भी ढीली करने के साथ ही नदी पार करने वाले लोगो के घरवालों को मानसिक परेशानी शुरू हो गई।रात हो या दिन ओवरलोड नावो पर आवागमन करने पर खतरे की आशंका एव भय से लोग सशंकित रहेंगे।वही लग्न में पूल खुलने से शादी ब्याह वाले लोगो को काफी फजीहत झेलनी होगी।
पहले दिन से ही नावों पर ओवरलोडिंग शुरू
पूल खुलते ही पटना जाने के लिये लोगो को एक मात्र सहारा नाव ही रह गया है। ऐसे में नाविकों की मनमानी शुरू हो गई है।नावों पर क्षमता से अधिक सवारी लोड की जा रही है।मजबूरन लोगो को नाव पर खड़े होकर नदी पार करना पड़ता है।जो कभी भी बड़े हादसे की गवाही बन सकती है।
अभी भी एक सप्ताह चलती पुल
पूल खुलने से नाराज लोगो ने कहा कि पूल अभी एक सप्ताह और चलती। नदी में पानी की बढ़ोतरी नही हुई है।लोगो ने कहा कि नाव बीच मे ठेसता है।ठेकेदार द्वारा जान बूझकर पूल खोल दिया गया।इस संबंध में जिंतेंद्र कुमार ,विनय कुमार एव प्रेम कुमार ने कहा कि अप्रोच रोड से ढाई फुट नीचे पानी है लेकिन पूल खोल दिया गया।मालूम हो कि मानसून को देखते हुए जिला प्रशासन एव पुल निगम द्वारा 15 जून को पूल खोलने का आदेश दिया गया था।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.