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पंचकूला निवासी शहीद मेजर अनुज सूद का मंगलवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ मनीमाजरा के श्मशामघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके पिता ब्रिगेडियर रिटायर्ड चंद्रकांत सूद ने मुखाग्नि दी। इस दौरान अनुज सूद अमर रहे के नारे गूंजते रहे। मेजर अनुज सूद हंदवाड़ा में शनिवार रात आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद 5 जवानों में शामिल थे। मंगलवार को पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो मेजर की पत्नी आकृति एकटक अनुज को देखती रही और आंखों से आंसू बहते रहे। अनुज 21 राष्ट्रीय राइफल्स में थे। अनुज की शादी सितंबर 2017 में हुई थी। उनकी एक बहन सेना में कैप्टन है और एक ऑस्ट्रेलिया में है।
अनुज की वायरल पोस्ट, साहस-सम्मान नहीं तो समझो जिंदगी बर्बाद
अनुज की एक इंस्टाग्राम पोस्ट वायरल हुई है। उन्होंने लिखा है- उम्र बीतने के साथ आपको यह अहसास होगा कि एक ही बात अहम है, वो यह है कि आपमें साहस और सम्मान था या नहीं? साहस और सम्मान छोड़ देने से बेशक आपकी जल्द मौत नहीं होगी, लेकिन आपकी हैसियत आपके जूतों में लगी मिट्टी से भी कम हो जाएगी। मिट्टी में तो वैसे भी एक दिन मिलना है, लेकिन साहस और सम्मान को छोड़ने का मतलब है कि इस छोटी सी जिंदगी को आपने बर्बाद कर दिया।”
पत्नी ने दी मुखाग्नि और गौरवमयी आखिरी सैल्यूट
हंदवाड़ा में आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को छुड़ाते हुए शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा काे पत्नी पल्लवी और भाई पीयूष शर्मा ने मुखाग्नि दी। इससे पहले पत्नी और 11 साल की बेटी तमन्ना ने उन्हें सैल्यूट कर अंतिम विदाई दी। सबकी आंखें नम थीं, लेकिन चेहरे पर गर्व के भाव थे। उन्होंने कहा था कि आशुतोष के बलिदान पर वह आंसू नहीं बहाएंगी। हुआ भी ऐसा ही।
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