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मनोज जोशी, शिरोमणि अकाली दल की ओर से कुलवंत सिंह के मेयर कार्यकाल में अरबों रुपए के विकास करवाने का दम भरा जाता रहा है। शनिवार को जो 28 अकाली उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई उसको लेकर न तो पूर्व मेयर से कोई बात की गई और न ही लिस्ट को लेकर कोई मशवरा किया गया।
इससे बड़ी बात यह हुई कि उनके नजदीकी पूर्व पार्षद आरपी शर्मा और उपेंद्रजीत कौर गिल जिस वार्ड से चुनाव लड़ना चाहते हैं उनके वादों में भी उम्मीदवारों का दान कर दिया गया है। मेयर के नजदीकी का कहना है कि अकाली दल ने जिस की अगवाई में शहर में लोगों को बढ़िया सुविधाएं दी लिस्ट में उनके नजदीकियों को दरकिनार करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस लिस्ट में चुनाव कमेटी के सदस्य पूर्व मेयर कुलवंत सिंह किस वार्ड से चुनाव लड़ेंगे इसके बारे में भी कुछ जानकारी नहीं दी गई। साथ ही उनका बेटा सर्वजीत सिंह समाना भी पूर्व पार्षद है। उसका नाम भी लिस्ट में शामिल नहीं है। इससे यह साफ हो गया है कि अकाली दल में अंदरूनी जंग चल रही है। इसका परिणाम पिछले चुनाव की तरह अकाली दल के 2 फाड़ होने का रास्ता साफ होता जा रहा है।
अगर ऐसा ही रहा तो पिछले नगर निगम चुनाव की तरह इस बार भी अकाली दल और कुलवंत सिंह गुट आमने-सामने होंगे। अगले हफ्ते इस मामले को लेकर कोई बड़ा ऐलान भी कुलवंत सिंह गुट की ओर से किया जा सकता है। इस मामले को लेकर शिरोमणि अकाली दल के जिला अध्यक्ष एवं विधायक डेराबस्सी एनके शर्मा से कई बार बात करनी चाही। उनके पीए ने बात करवाने का वादा किया, मगर देर रात तक बात नहीं हो सकी। शर्मा चुनाव कमेटी के सदस्य भी हैं।
बिना आवेदन किए ही कई पूर्व पार्षदों के नाम लिस्ट में डाले गए
अकाली दल के सूत्रों की मानें तो जो लिस्ट जारी की गई है उसमें जो नाम दिए गए हैं उनमें से बहुत से ऐसे पूर्व पार्षद हैं जिन्होंने न तो चुनाव लड़ने के लिए पार्टी के पास आवेदन किया है और न ही उनसे इसके बारे में कोई मशवरा किया गया। उनके नाम लिस्ट में बिना पूछे ही डाल दिए गए। रविवार का दिन पूरी तरह से अकाली राजनीति खासकर पूर्व पार्षदों में हलचल भरा रहा। क्योंकि सभी पूर्व पार्षद यह कह चुके हैं कि वे कुलवंत सिंह की लड़ाई अगुवाई में ही नगर निगम चुनाव लड़ना चाहते हैं। अगर ऐसा न हुआ तो कुलवंत सिंह गुट की ओर से पिछले चुनाव की तरह आजाद गुट बनाकर चुनाव लड़ा जाएगा। अगर ऐसा किया गया तो अकाली दल की लिस्ट से बहुत से नाम गायब हो जाएंगे और वे आजाद गुट के साथ जुड़ जाएंगे।
2 का टिकट काटा
इस लिस्ट में कुलवंत सिंह के नजदीकी आरपी शर्मा और उपेंद्रजीत कौर गिल जो अकाली दल के उम्मीदवार के तौर पर लंबे समय से काम कर रहे हैं उनका टिकट काटकर किसी और को दे दिया गया है। मात्र एक पूर्व पार्षद रविंदर सिंह बिंद्रा का नाम वार्ड 26 से उम्मीदवार के तौर पर शामिल किया है।
चुनाव कब होगा तय नहीं
चुनाव कब होना है यह तय नहीं है, लेकिन पूर्व अकाली पार्षद इस बात पर विचार कर रहे थे कि पार्टी के चुनाव चिन्ह की जगह आजाद होकर किसान आंदोलन के चलते किसानों के पक्ष मंे चुनाव लड़ें, लेकिन पार्टी की ओर से साफ कर दिया गया कि पार्टी अपने चुनाव चिन्ह तराजू पर ही उम्मीदवार उतारेगी।
2015 में भी यही हुआ था
प्रो. चंदूमाजरा भी पूर्व अकाली नेता बलवंत सिंह रामू वालिया की राह पर चलते दिखाई दे रहे हैं। 2015 में निगम का पहला चुनाव हुआ था। इस दौरान तत्कालीन अकाली नेता व चुनाव कमेटी सदस्य बलवंत सिंह रामू वालिया ने उम्मीदवारों की लिस्ट कुलवंत सिंह को दरकिनार कर जारी की थी।
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