सेक्टर-47 के फाइनेंसर रामलाल चौधरी को सेक्टर-34 थाना पुलिस ने 5 करोड़ रुपए की ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को आज जिला अदालत में पेश किया। जहां से आरोपी रामलाल को जिला अदालत ने सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। इस दौरान पुलिस उससे पूछताछ करेगी कि और कितने लोगों के साथ ठगी की है। आरोपी रामलाल और उसका बेटा सेक्टर-51 में मॉडल पुनीत संधू मर्डर केस में भी नामजद थे। हालांकि सबूतों के अभाव में रामलाल चौधरी समेत अन्य लोगों को जिला अदालत ने बरी कर दिया था। रामलाल इतना शातिर है कि एक बिजनेसमैन के साथ चंडीगढ़ के पूर्व गृह सचिव को रेप केस में फंसा दिया था। रेप का आरोप लगाने वाली युवती को रामलाल चौधरी ने ही तैयार किया और उसके कहने पर ही युवती ने आरोप लगाए थे।
रामलाल का फर्श से अर्श तक का सफर
1998 में राजस्थान से चंडीगढ़ एक बैग लेकर रामलाल चौधरी लेबर कॉलोनी में आया था। वहां उसका एक महिला से संपर्क हुआ। रामलाल ने कालोनियों में झुगी डालने के बदले में लोगों से पैसे लेना शुरू किया। काफी समय बीतने के बाद महिला के रेत बजरी के काम को आगे बढ़ाया और अच्छी खासी पकड़ बना ली। इसके बाद आरेापी रामलाल ने टिप्पर खरीद कर चंडीगढ़ के सेक्टरों में बन रही सोसायटी में मंडी गोबिंदगढ़ से सरिया मंगवाकर खुद ही रातों रात गायब कर लाखों रुपये कमाए। मात्र 15 सालों में झुगी कालोनी से उठकर आलीशान कोठी का मालिक बना। उसे चंडीगढ़ पुलिस ने 5 करोड़ की ठगी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
रामलाल के खिलाफ गुरुग्राम के अतुल्य शर्मा ने शिकायत दी थी। अतुल्य ने पुलिस को बताया था कि रामलाल ने बिजनेस में इन्वेस्ट करने के नाम पर उससे 5 करोड़ रुपए लिए थे, और लौटाए नहीं। जब उसने रुपए मांगे तो उसे धमकाने लगा। पुलिस ने मामले में जांच करने के लिए डीएसपी दविंदर शर्मा की अगुवाई में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई है। SIT में इंस्पेक्टर नरिंदर पटियाल और इंस्पेक्टर दविंदर सिंह भी शामिल हैं। अतुल्य ने 11 नवंबर को चंडीगढ़ पुलिस की पब्लिक विंडो पर शिकायत की थी। शिकायत के बाद सेक्टर-34 थाना पुलिस ने रामलाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 120बी के तहत केस दर्ज किया। साथ ही उसी दिन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
रामलाल पर आठ मामले हैं दर्ज
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