चंडीगढ़ नगर निगम में चल रही 301 फायरमैन की भर्ती में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। मंगलवार को इस भर्ती से जुड़े फिजिकल टेस्ट के दौरान एक कैंडिडेट का फोटो एडमिट कार्ड पर लगे फोटो से मैच नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार, फिजिकल टेस्ट देने आए इस युवक की जगह लिखित परीक्षा में कोई और बैठा था। इस खुलासे के बाद नगर निगम अधिकारी की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी हिसार का रहने वाला बताया जा रहा है।
फायरमैन की इस भर्ती से जुड़े फिजिकल टेस्ट चंडीगढ़ में सेक्टर-26 की पुलिस लाइन में चल रहे हैं। फिजिकल टेस्ट से जुड़ी प्रक्रिया पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) करवा रही है। मंगलवार को फिजिकल टेस्ट देने पहुंचे एक कैंडिडेट का चेहरा एडमिट कार्ड पर लगी फोटो से मैच नहीं हुआ तो फिजिकल टेस्ट कंडक्ट करवा रहे PU के स्टाफ को शक हुआ। इसकी सूचना नगर निगम के सीनियर अफसरों को दी गई। निगम अफसर की शिकायत पर सेक्टर-26 की थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान सुमित कुमार के रूप में हुई।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक पिछले साल हुई लिखित परीक्षा में सुमित की जगह कोई और बैठा था। मंगलवार को जब सुमित फिजिकल टेस्ट के लिए पहुंचा तो एडमिट कार्ड पर लगी फोटो से उसका चेहरा मैच नहीं हुआ।
तीन दिन पहले भी पकड़े गए 3 फर्जी कैंडिडेट
गौरतलब है कि तीन दिन पहले भी पुलिस ने फिजिकल टेस्ट के दौरान 3 फर्जी कैंडिडेट पकड़े थे। ये तीनों असल कैंडिडेट की जगह फिजिकल टेस्ट देने आए थे। पुलिस ने तीनों को 3 दिन के रिमांड पर ले लिया। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी हरियाणा के हैं। आरोप है कि फिजिकल टेस्ट क्लीयर करवाने के लिए तीनों ने हर कैंडिडेट से 5-5 लाख रुपए लिए।ये तीनों जिनकी जगह फिजिकल टेस्ट देने आए थे, वह भी हरियाणा से ही हैं।
आरोपी कैथल, हिसार और झज्जर के
तीन दिन पहले पुलिस ने जिन फर्जी कैंडिडेट्स को पकड़ा, उनमें कैथल का विजय कुमार, हिसार का विकास और झज्जर का विनीत शामिल था। यह लोग कैथल के विक्रम और जींद के अमन व आनंद बनकर फिजिकल टेस्ट देने आए थे। विजय, विकास और विनीत के चेहरे डॉक्यूमेंट्स पर लगी फोटो से मैच नहीं हुए तो PU के अधिकारियों को शक हुआ। पहचान मिलाने के लिए जब तीनों से दस्तखत करने के लिए कहा तो तीनों ने मना कर दिया। जानकारी के मुताबिक, फर्जी कैंडिडेट बनकर आए दो युवक सरकारी नौकरी में हैं जबकि तीसरा अपने रिश्तेदार की जगह पेपर देने आया था।
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद चंडीगढ़ नगर निगम की कमिश्नर आनंदिता मित्रा ने चंडीगढ़ के एसएसपी को फोन करके घटना की जानकारी देते हुए कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर तीनों फर्जी कैंडिडेट्स को गिरफ्तार कर लिया। असल कैंडिडेट्स की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।
लिखित परीक्षा पर भी उठ चुके सवाल
इससे पहले फायरमैन की इस भर्ती में पिछले साल हुई लिखित परीक्षा पर भी सवाल उठे थे। नवीन कुमार नामक कैंडिडेट ने चीफ विजिलेंस अफसर, यूटी पुलिस और सीबीआई को भेजी शिकायत में प्रश्न-पत्र सीलबंद न होने, कैंडिडेट को इलेक्ट्रिक गैजेट्स व मोबाइल समेत एंट्री देने जैसे आरोप लगाए।
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