हरियाणा में गूंगा पहलवान के नाम से मशहूर वीरेंद्र सिंह का अनदेखी पर दर्द छलका है। उन्होंने CM मनोहर लाल को ट्वीट किया है। ट्वीट में गूंगा पहलवान ने CM से पूछा कि क्या मैं पाकिस्तान से हूं, कब बनेगी कमेटी, कब मिलेंगे समान अधिकार। इसके बाद गूंगा पहलवान ने पीएम नरेंद्र मोदी को ट्वीट करके लिका कि जब मैं आपसे मिला, आपने ही कहा था हम आपके साथ अन्याय नहीं होने देंगे। अब आप ही देख लो।
दरअसल, गूंगा पहलवान डेफलिंपिक में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं और वह पैरालंपिक और ओलंपिक खिलाड़ियों की तरह ही डेफलिंपिक खिलाड़यों को बराबर अधिकार और सम्मान की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस संबंध में वे सीएम और खेल विभाग के अधिकारियों को मिल चुके हैं। सरकार ने इस पर एक कमेटी का गठन करने का आश्वासन दिया था। इससे पहले वे दिल्ली में हरियाणा निवास और हरियाणा विधानसभा के बाहर भी धरना दे चुके हैं।
पंकज नैन बोले- वीरेंद्र को 1.20 करोड़ दे चुकी सरकार
गूंगा पहलवान के इस ट्वीट के बाद खेल विभाग के डायरेक्टर पंकज नैन ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि वीरेंद्र को 1.20 करोड़ रुपए हरियाणा सरकार दे चुकी है, जो कि हरियाणा में सबसे ज्यादा है। वह खेल विभाग में काम कर रहे हैं। उन्हें ग्रुप बी पोस्ट ऑफर की गई थी, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया था।
खेल निदेशक ने कहा कि कमेटी उनकी ग्रीवेंस पर विचार कर रही है, इसके लिए पूर्व ओलंपियन और पैरा ओलंपिक खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी। वीरेंद्र हमारा स्टार प्लेयर है। हमें उस पर गर्व है। हरियाणा की खेल पॉलिसी पूरे देश में बेस्ट है। यदि जरूरत पड़ी तो बोर्ड के स्टेक होल्डर से चर्चा की जाएगी।
आज भी जूनियर कोच
गूंगा पहलवान ने पंकज नैन के ट्वीट पर रिप्लााई किया। उन्होंने लिखा कि वर्ष 2016- 2017 में हरियाणा सरकार ने गोल्ड जीतने पर 8 करोड़ की घोषणा की थी और ए ग्रेड की नौकरी, मिला क्या जो आपने लिखा। वर्ष 2015 में जूनियर कोच लगाया था और आज भी जूनियर कोच हूं, शायद इसलिए मैं सुन बोल नहीं सकता।
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