ड्रग्स केस में फंसे अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को बड़ा झटका लगा है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। इससे मजीठिया के विस चुनाव नामांकन भरने को लेकर तलवार लटक गई है।
पंजाब चुनाव के लिए नामांकन कल से शुरू हो रहे हैं, जो 1 फरवरी तक चलेंगे। बिना जमानत के मजीठिया मिले तो पंजाब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी। ऐसे में उनके लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। हालांकि मजीठिया के वकीलों ने हाईकोर्ट से नामांकन भरने और सुप्रीम कोर्ट तक जाने के लिए मोहलत मांगी है। इस पर कोर्ट के विस्तृत ऑर्डर आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
मजीठिया पर गंभीर आरोप
ड्रग्स केस में मजीठिया पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसमें कहा गया कि कनाडा के रहने वाले ड्रग तस्कर सतप्रीत सत्ता मजीठिया की अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित सरकारी कोठी में भी ठहरते रहे। यहां तक कि मजीठिया ने उसे गाड़ी और गनमैन दे रखा था। मजीठिया को चुनाव के लिए नशा तस्करों से फंड लेने के साथ दबाव डालकर नशा दिलवाने और समझौते करवाने का आरोपी बनाया गया है। हालांकि अकाली दल इसे राजनीतिक बदलाखोरी की कार्रवाई करार देता रहा।
CM चन्नी ने कहा : हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत
सीएम चरणजीत सिंह ने कहा कि नशे से पंजाब की माताओं की कोख उजाड़ी गई। युवाओं को बर्बाद किया गया। पंजाब की आर्थिक स्थिति तबाह की गई। मजीठिया की जमानत खारिज करने पर हम हाईकोर्ट का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा ककि मजीठिया के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की थी। जो करेगा, उसे भुगतना भी पड़ेगा।
सुखबीर बोले- सियासी रंजिश निकाली गई
सुखबीर बादल ने डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय पर जमकर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि पूरी साजिश रचकर मजीठिया के खिलाफ केस दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि मजीठिया के खिलाफ राजनीतिक रंजिश निकाली जा रही है।
कौन हैं बिक्रम मजीठिया ?
बिक्रम मजीठिया अकाली दल के दिग्गज नेता और पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री हैं। वह अमृतसर की मजीठा विधानसभा सीट से लगातार 3 बार विधायक चुने जा चुके हैं। इस बार भी वह मजीठा से ही चुनाव लड़ रहे हैं। वह अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री पत्नी हरसिमरत कौर बादल के रिश्तेदार हैं।
सिद्धू भी साध रहे निशाने, कांग्रेस ने बनाया चुनावी मुद्दा
पंजाब कांग्रेस प्रधान भी लगातार मजीठिया को लेकर निशाना साधते रहे हैं। उनका कहना है कि पंजाब में नशा फैलाने के असली कसूरवार मजीठिया हैं। जो यहां सिंथेटिक ड्रग्स लाए और ड्रग माफिया को मदद दी। पूरे मामले को कांग्रेस भी चुनावी मुद्दा बना रही है। मजीठिया पर दर्ज केस को कांग्रेस अपनी सरकार की उपलब्धि के तौर पर भुना रही है।
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