पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनकी पाकिस्तानी महिला मित्र अरूसा आलम को लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेता हमलावर हैं। अरूसा को पंजाब कांग्रेस के नेता ISI एजेंट बताते हुए कैप्टन पर लगातार हमलावर हैं। इस बीच विरोधियों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह का फोटो बम फूटा है।
अमरिंदर ने सोनिया गांधी समेत कई शख्सियतों के साथ अरूसा आलम की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कर पलटवार किया है। इनमें मुलायम सिंह यादव, सुषमा स्वराज के अलावा सेना के कई पूर्व अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने पूछा कि क्या यह सभी ISI के एजेंट हैं।
कैप्टन ने लिखा- मैं अरूसा आलम की फोटो कई गणमान्य लोगों के साथ जारी कर रहा हूं। मुझे लगता है कि वह सारे भी ISI के एजेंट हैं। ऐसा कहने वालों को बोलने से पहले सोचना चाहिए। यह सिर्फ घटिया मानसिकता का उदाहरण है।
...तो अरूसा को भारत बुला लेता
अमरिंदर ने यहां तक कहा कि दुर्भाग्य से इस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच वीजा बैन है, अन्यथा वह अरूसा आलम को फिर भारत बुला लेते। अमरिंदर ने कहा कि मार्च में मैं 80 साल का हो रहा हूं और अरूसा अगले साल 69 साल की हो जाएगी। संकीर्ण सोच वाले इसे नहीं समझेंगे।
विरोधियों को फोटो से जवाब दे रहे अमरिंदर
इससे पहले कांग्रेस ने अमरिंदर पर अरूसा आलम को लेकर हमला बोला तो उन्होंने सोनिया गांधी के साथ और अरूसा की तस्वीर जारी कर दी थी। कांग्रेसियों ने कहा कि यह तस्वीर 2005 की है। हालांकि अमरिंदर ने फिर से अरूसा की सोनिया गांधी के साथ एक और तस्वीर जारी कर दी है।
इसके बाद पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू के राजनीतिक सलाहकार पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने कैप्टन को घेरने की कोशिश की तो उन्होंने मुस्तफा की पत्नी कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना और बहू के साथ अरूसा आलम की तस्वीरें जारी कर दी। अब कुछ कांग्रेसियों ने अरूसा को लेकर मचे घमासान पर नाराजगी जाहिर की तो अमरिंदर ने फिर से कांग्रेस को घेरने के लिए यह तस्वीरें जारी कर दीं।
डिप्टी CM रंधावा के बयान के बाद मचा घमासान
डिप्टी CM सुखविंदर रंधावा कुछ दिन पहले जालंधर आए थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि अरूसा आलम भारत क्यों आती थी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते सरकारी रेजिडेंस में क्यों रहती थीं? इसकी जांच की जाएगी। पंजाब सरकार अरूसा आलम के ISI कनेक्शन की जांच करेगी। इसके लिए वह डीजीपी को आदेश दे रहे हैं।
इसके बाद यह पूरा घमासान मचा था। हालांकि अमरिंदर ने जब सोनिया गांधी के साथ अरूसा आलम की तस्वीर पोस्ट की तो रंधावा ने बाद में बयान दिया कि यह 2 देशों का मामला है, इसलिए RAW जांच कर सकती है।
अमरिंदर ने दिया था रंधावा को जवाब
कैप्टन अमरिंदर ने रंधावा को जवाब दिया था कि अरूसा आलम को लेकर 2007 में पूरी जांच हो चुकी है। तब केंद्र में कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार थी। उस वक्त भी RAW और इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी IB ने इसकी जांच की थी और कुछ नहीं निकला। उन्होंने रंधावा को नसीहत दी थी कि फालतू के कामों में लगाने के बजाय पुलिस को पंजाब के लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करने पर लगाएं।
अरूसा पर बंटी कांग्रेस
अरूसा आलम को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस बंट गई है। नवजोत सिद्धू ने अरूसा का नाम लिए बगैर पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान का विरोध किया। सिद्धू ने कहा कि हमें असली मुद्दों पर लौटना चाहिए। पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिंदर ढिल्लों ने भी कहा था कि इस अरूसा विवाद से पंजाब का कुछ भला नहीं होगा।
पंजाब में कांग्रेसी बच्चों की तरह लड़ रहे: मनीष तिवारी
वहीं, सांसद मनीष तिवारी ने भी कहा कि पंजाब में कांग्रेसी बच्चों की तरह लड़ रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस के भीतर और उस आलम का शोर थमने लगा था। हालांकि कैप्टन अमरिंदर फिर से कांग्रेस को उसके द्वारा शुरू किए गए अरूसा विवाद में घसीटने की कोशिश कर रहे हैं ताकि कांग्रेस पर बड़े मुद्दों को छोड़ व्यक्तिगत हमलों की राजनीति का दाग लग सके।
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