चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर पिक ड्रॉप रेट बढ़े:30 मिनट से ऊपर होने पर 1 हजार रुपए की पैनल्टी लगेगी; ऑटो-टैक्सी चालक परेशान

चंडीगढ़6 महीने पहले
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चंडीगढ़ के रेलवे स्टेशन की पार्किंग को 'स्मार्ट पार्किंग' बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही पार्किंग के रेट भी बढ़ा दिए गए हैं। नए नियमों के तहत अब 'पिक एंड ड्रॉप' के दौरान 30 मिनट से ऊपर होने पर 1 हजार रुपए पैनल्टी भरनी पड़ेगी। ऑटो-कैब चालकों समेत निजी वाहनों में अपनों को रेलवे स्टेशन पर लेने आने और छोड़ कर जाने वालों के लिए यह पैनल्टी समान होगी।

मिली जानकारी के मुताबिक, आम लोगों के लिए पिक एंड ड्रॉप की सुविधा पार्किंग एरिया में 6 मिनट के लिए फ्री है। 6 मिनट से ज्यादा होने पर 30 रुपए रेट रखा गया है। 6 मिनट से अगले 15 मिनट तक पार्क करने पर 50 रुपए रेट है। वहीं अगर 15 से 30 मिनट तक पार्किंग की जाती है तो 200 रुपए पार्किंग फीस देनी होगी।

रेलवे स्टेशन में नई पार्किंग रेट लिस्ट।
रेलवे स्टेशन में नई पार्किंग रेट लिस्ट।

वहीं दूसरी ओर कमर्शियल गाड़ी का रेलवे स्टेशन में एंट्री पर ही 30 रुपए रेट रखा गया है। 6 मिनट से अगले 15 मिनट तक पार्किंग के 50 रुपए रखे गए हैं। वहीं इससे ज्यादा टाइम होने पर 200 रुपए पार्किंग रेट है। जनरल गाड़ियों की स्लैब की तरह कमर्शियल वाहनों की पार्किंग की स्लैब रखी गई है। यह भी बताया गया है कि 30 मिनट से ज्यादा पिक एंड ड्रॉप के लिए खड़ी गाड़ियों को 1 हजार रुपए की पैनल्टी भरनी होगी। रेलवे स्टेशन पर जाम को कम करने के लिए यह फैसला लिया गया है।

पार्किंग और पिक एंड ड्रॉप के रेट बढ़ने से कमर्शियल वाहन चालक परेशान हैं।
पार्किंग और पिक एंड ड्रॉप के रेट बढ़ने से कमर्शियल वाहन चालक परेशान हैं।

सरकारी नियमों के हिसाब से नए रेट तय

विनय मोहिंद्रू ने बताया कि चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन की पार्किंग का सरकारी ठेका उन्हें मिला है। रेलवे ने गाड़ियों के पिक एंड ड्रॉप और पार्किंग के जो रेट तय किए हैं, उसके हिसाब से ही वह पार्किंग को चला रहे हैं। लगभग 1 सप्ताह तक रेलवे स्टेशन पर स्मार्ट पार्किंग शुरू हो जाएगी। वहीं रेलवे की पार्किंग में बूम बैरियर की सुविधा भी दी जाएगी। डिजिटली पार्किंग स्लीप काटी जाएगी। पेटीएम जैसी ऐप से भी पार्किंग फीस दी जा सकेगी।

वाहन चोरी की घटनाएं कम होंगी

बताया गया है कि एंट्री और एग्जिट समेत पार्किंग एरिया में CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। सभी वाहनों का इन और आउट का एक महीने तक का डाटा स्टोर करके रखा जाएगा। इसके अलावा पार्किंग में वाहनों की सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा रेलवे स्टेशन की पार्किंग में रश को कम करने के लिए मार्शल्स की नियुक्ति भी करने का विचार है।

ऑटो ड्राइवर और कैब चालक परेशान

रेलवे की पार्किंग में रेट बढ़ने से टैक्सी और ऑटो ड्राइवर्स परेशान भी हैं। उनका कहना है कि पहले ठेकेदार को एक महीने का 500 रुपए देते थे। नए पार्किंग रेट आने के बाद 4 हजार रुपए महीना देना पड़ेगा। गाड़ियों का टैक्स और इंश्योरेंस भी देना होता है। वहीं सवारियां भी इतनी नहीं मिल पाती।

ड्राइवर्स ने कहा कि CNG, डीजल, पेट्रोल सभी का रेट बढ़ा हुआ है। ऑटो चालक कृष्ण लाल ने कहा कि ऑटो का पहले वाला काम नहीं रहा है। घर का गुजारा करना बेहद मुश्किल हो रहा है। पहले रेलवे स्टेशन के ऑटो स्टैंड पद 24 घंटे के लिए 20 रुपए में पार्क करते थे। अब रेट बढ़ा कर महीने का पास काफी महंगा कर दिया गया है।

ऑटो चालकों ने कहा कि पार्किंग के रेट बढ़ने से फीस देना महंगा हो गया है। ऑटो की किश्तें, बच्चों की फीस, घर का खाना आदि कहां से भरेंगे।