चंडीगढ़ पुलिस का SI हुआ 'वर्ल्ड फेमस':इंडियन आइडल में ट्रैफिक नियमों पर गाया गाना, ऑडियंस के साथ जज भी झूमे

चंडीगढ़6 महीने पहले
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चंडीगढ़ की सड़कों पर अपने अनोखे अंदाज से गीत गाकर लोगों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने वाला चंडीगढ़ पुलिस का सब-इंस्पेक्टर भूपिंदर सिंह एक ही झटके में देश-विदेश में फेमस हो गए हैं। उन्हें इंडियन आइडल में गेस्ट के रूप में बुलाया गया, जहां उन्होंने अपने ट्रैफिक नियमों की जागरूकता वाले गीत "नो पार्किंग, नो पार्किंग, नो पार्किंग"...गड्‌डी नू क्रेन ले गई" से सभी को दिवाना बना दिया।

बता दें कि शो में सिंगर्स को मशहूर गायक विशाल डडलानी, हिमेश रेशमिया और नेहा कक्कड़ जज करती हैं। पंजाबी ढोल पर SI भूपिंदर के गीत पर सभी झूम उठे। शो में एक्टर आयुष्मान खुराना भी पहुंचे हुए थे। उन्होंने भी इस गीत को काफी इंजॉय किया। वहीं दर्शकों ने भी इस गाने पर खूब तालियां बजाई।

इस दौरान भूपिंदर ने ऑडियंस और जजों को बताया कि किस प्रकार उन्होंने गीत लिखने की शुरुआत की। चंडीगढ़ पुलिस भी भूपिंदर के इस अनोखे प्रयास से लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने की प्रशंसा कर चुकी है।

हाल ही में फेस्टिवल सीजन में चंडीगढ़ की सड़कों में लग रहे भारी ट्रैफिक जाम के बीच सोशल मीडिया पर भूपिंदर का यह गाना "नो पार्किंग, नो पार्किंग, नो पार्किंग"...गड्‌डी नू क्रेन ले गई" काफी पॉपुलर हो गया था। भूपिंदर सिंह अपने गीत के माध्यम से लोगों को यह भी जानकारी दे रहा है कि नो पार्किंग में खड़ी गाड़ी के टो किए जाने पर घबराने की बजाय ट्रैफिक पुलिस हेल्पलाइन नंबर1073 या 1122 पर कॉल करें।

सिंगर नेहा कक्कड़ भूपिंदर सिंह के गीत पर झूम उठी।
सिंगर नेहा कक्कड़ भूपिंदर सिंह के गीत पर झूम उठी।

SI भूपिंदर सिंह शहर की सड़कों पर हाथ में माइक पकड़ गाना गाते हुए लोगों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाते हैं। इससे पहले भी वह स्मार्ट कैमरों से चालान कटने, हेल्मेट और सीट बेल्ट पहनने, ड्रंक एंड ड्राइव न करने आदि को लेकर जागरूकता गीत निकाल चुके हैं। कुछ समय पहले दिवंगत सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मशहूर गीत 295 की तर्ज पर भी भूपिंदर ने ट्रैफिक रुल्स जागरूकता गीत निकाला था।

साइबर जागरूकता भी फैला चुके
भूपिंदर सिंह अपने गीत 'डायल करो 1930' गाकर लोगों को साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूक कर रहे हैं। वह इससे पहले कोरोना काल में मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को लेकर भी गीत निकाल चुके हैं। भूपिंदर ने लगभग 2 साल पहले एक गीत गाया था, जो काफी मशहूर हुआ था। उसके बोल थे- नंबर प्लेटां उते नां जो लिखौंदे ने, शीशेयां दे उत्ते जो स्टिकर वी लाउंदे ने..। इससे पहले जब मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन हुआ था और चालान के रेट हजारों में हो गए थे, तब भी उन्होंने एक गीत लिखा था। उसके बोल थे- सड़क ते एक्सीडेंट विच लोकी बहुत मरदे सी...।

ट्रैफिक पुलिसकर्मी भूपिंदर सिंह 35 वर्षों से चंडीगढ़ पुलिस में हैं।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी भूपिंदर सिंह 35 वर्षों से चंडीगढ़ पुलिस में हैं।

स्कूल टाइम से लिख और गा रहे गीत
भूपिंदर सिंह मूलरुप से पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले हैं। वर्ष 1987 में उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस जॉइन की थी। वह स्कूल टाइम से ही गीत लिख और गा रहे हैं। अपने इसी शौक के चलते वह काफी समय तक ऑरकेस्ट्रा में भी काम कर चुके हैं। पुलिस में भर्ती होने के बाद भी वह अपना शौक जिंदा रखे हुए हैं। वह चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस के अवेयरनेस वीक और अन्य कार्यक्रमों में अपने गीतों को पेश करते हैं। भूपिंदर खुद ही अपने गीतों की रिकॉर्डिंग करते हैं। हाल ही में उन्होंने ड्रंकन ड्राइविंग पर एक गीत यूट्यूब पर निकाला था।