इंडिया ने 5वीं बार अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत लिया है। वेस्टइंडीज में इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबला खेला गया और टीम इंडिया ने इंग्लिश खिलाड़ियों को 4 विकेट से हराकर शानदार जीत हासिल की। इस जीत में चंडीगढ़ के राज अंगद बावा ने बेहद अहम भूमिका निभाई। अंगद ने 31 रन देकर 5 विकेट झटके, जिसके चलते इंग्लैंड की टीम 189 रनों पर ही ढेर हो गई। उन्होंने बल्ले से कमाल दिखाते हुए 35 रन भी बनाए। वह प्लेयर ऑफ द मैच बने।
राज अंगद के दादा स्वर्गीय तरलोचन सिंह बावा हॉकी के प्रख्यात खिलाड़ी थे। 1948 के लंदन ओलिंपिक में उनकी टीम ने गोल्ड मेडल जीता था। 1952 में वह हॉकी टीम के कैप्टन भी बनाए गए थे। 12 फरवरी, 1923 को उनका जन्म हुआ था। बाद में उन्होंने पुलिस फोर्स जॉइन कर ली थी। वह एसएसपी पद से रिटायर हुए थे। अप्रैल, 2008 में उनकी 85 वर्ष की उम्र में मृत्यु हो गई थी।
बावा ने धवन का रिकॉर्ड तोड़ा
19 साल के इस युवा आलराउंडर ने इस वर्ल्ड कप में शिखर धवन का वर्ष 2004 का सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड भी तोड़ा है। इससे पहले वह एशिया कप समेत कई टूर्नामेंट्स में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सबका दिल जीत चुके हैं। वह चंडीगढ़ क्रिकेट टीम के कैप्टन भी रह चुके हैं। हिमाचल प्रदेश के नाहन में 12 नवंबर 2002 को पैदा हुए राज अंगद बावा बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और दाएं हाथ से मध्यम गति की गेंदबाजी भी करते हैं।
एक और रिकॉर्ड किया अपने नाम, कपिल की बराबरी पर आए
अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड के 5 विकेट लेने वाले राज अंगद भारत के पहले और दुनिया के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले अंडर-19 वर्ल्ड कप में कोई भारतीय खिलाड़ी फाइनल में इतने विकेट एक ही मैच में नहीं ले पाया है। आईसीसी इवेंट के एक ही मैच में 150 से ज्यादा रन बनाने और एक ही मैच में 5 विकेट लेकर वह पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव के बराबर आ गए हैं। उन्होंने भी 1983 वर्ल्ड कप में यह कमाल कर दिखाया था।
ऑलराउंडर राज अंगद बावा ने हाल ही में अंडर-19 वर्ल्ड कप में युगांडा के खिलाफ 108 गेंदों में 162 नाबाद रन बनाए थे। 14 चौके और 8 छक्के मारे थे। ऐसा करके उन्होंने भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन का अंडर 19 का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। धवन ने वर्ष 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ 155 रन बनाए थे।
पिता की टिप्स आई काम
राज अंगद बावा को इंग्लैंड के साथ फाइनल मैच से पहले उनके पिता और कोच सुखविंदर सिंह बावा ने कुछ टिप्स दिए थे। बावा ने अपने बेटे को कहा था कि वह फाइनल मैच का कोई प्रेशर न लें। इस मैच को सिर्फ एक मैच की तरह ही लें। आप सीढ़ियां चढ़ रहे हैं और इस मैच को भी एक और सीढ़ी समझना है। इससे कुछ सीख कर आगे बढ़ना है। इन्हीं टिप्स की बदौलत बावा इतना बेहतरीन प्रदर्शन कर पाए।
12 नंबर को लक्की मानते हैं अंगद
राज अंगद 12 नंबर की जर्सी पहनते हैं। उनके आदर्श युवराज सिंह भी इसी नंबर की जर्सी पहनते थे। अंगद का जन्मदिन भी 12 तारीख को हुआ था। उनके दादा भी इसी तारीख को पैदा हुए थे। ऐसे में यह नंबर उनके लिए लकी साबित हुआ है। स्कूलिंग गुरुग्राम और सेक्टर 32 चंडीगढ़ के सोपिंस स्कूल से करने के बाद अब राज अंगद सेक्टर 32 के ही एसडी कॉलेज से बीए की पढ़ाई कर रहे हैं।
वर्ल्ड कप में राज अंगद का शानदार प्रदर्शन
राज अंगद बावा ने इस वर्ल्ड कप में युगांडा के खिलाफ 22 जनवरी को हुए मैच में 162 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इससे पहले 19 जनवरी को उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ 42 रनों का योगदान दिया था। इसी वर्ल्ड कप में अपने पहले ही मैच में साउथ अफ्रीका की टीम को 47 रन देकर 4 विकेट हासिल की थी। पिछले वर्ष उन्होंने एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 43 रन बनाए थे।
युवराज समेत कई नामी क्रिकेटर्स को पिता कर चुके ट्रेंड राज अंगद के पिता सुखविंदर सिंह बावा स्पोर्ट्स एकेडमी ऑफ इंडिया (साई) के सीनियर क्रिकेट कोच हैं। वह चंडीगढ़ सेक्टर 16 क्रिकेट स्टेडियम में कोचिंग देते हैं। वह युवराज सिंह के भी कोच रह चुके हैं। उनके अलावा वह दिनेश मोंगिया समेत कई इंटरनेशनल क्रिकेटर्स को कोचिंग दे चुके हैं।
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