पंजाब चुनाव से पहले शिक्षा को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सियासी घमासान मच गया है। दिल्ली के डिप्टी सीएम ने रविवार को 250 स्कूलों की लिस्ट जारी कर दी। उन्होंने पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह को कहा कि वह भी शाम तक लिस्ट जारी कर दें। इसके बाद हम दोनों जगहों के स्कूल देखेंगे। फिर जहां का शिक्षा मॉडल सही होगा, पंजाब की जनता उन्हें चुनावों में चुन ले।
दिल्ली और पंजाब के एजुकेशन मॉडल पर दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के टीचरों को गारंटी देने के बाद शुरू हुई। परगट सिंह ने इस पर निशाना साधा तो दिल्ली में शिक्षा विभाग देख रहे डिप्टी सीएम सिसौदिया ने खुली बहस की चुनौती दे दी। इसे परगट सिंह ने कबूल कर लिया। उन्होंने कहा कि यह बहस 10 नहीं बल्कि 250 स्कूलों पर होगी। सिसौदिया उसके लिए भी राजी हो गए।
सिसौदिया ने बताई स्कूलों की खासियत
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने कहा कि 12वीं तक के ये वह स्कूल हैं, जहां इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम हुआ। यहां 80% की जगह अब 99 से 100% रिजल्ट आए हैं। इनके टीचरों की विदेशों में ट्रेनिंग हुई है। इन स्कूलों से NEET की परीक्षा में 50-50 बच्चों ने क्वालिफाई किया है। एक ही स्कूल से 5-5 बच्चों ने JEE एडवांस क्वालिफाई किया है। पिछले 4 साल से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट से आगे आ रहे हैं। सरकारी स्कूलों के नतीजे पहले 60% से 85% आ रहे थे। जो अब 100% आ रहे हैं।
पंजाब के शिक्षा मंत्री के साथ देखेंगे दोनों का एजुकेशन मॉडल
सिसौदिया ने कहा कि अब मैं पंजाब के शिक्षा मंत्री से कहूंगा कि जिस तरह मैंने 250 स्कूलों की लिस्ट जारी की है, वह भी लिस्ट जारी करें। जिन स्कूलों पर पिछले 5 वर्षों में कांग्रेस सरकार की तरफ से इन्फ्रास्ट्रक्चर, क्वालिटी एजुकेशन और रिजल्ट पर काम हुआ हो। जहां के बच्चों ने NEET और JEE में क्वालिफाई किया हो। इसके बाद हम मीडिया के साथ दोनों जगह का एजुकेशन मॉडल देखेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि रविवार शाम तक पंजाब के 12वीं क्लास तक के 250 स्कूलों की लिस्ट जारी कर देंगे।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.