चंडीगढ़ के मलोया स्थित गुरसागर कॉलोनी में रविवार दोपहर को झुग्गी में खाना बनाते समय गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से भयानक आग लग गई। आग की चपेट में आने से 4 झुग्गियां पूरी तरह से जलकर राख हो गईं और उनमें पड़े 3 सिलेंडर एक के बाद एक करके फट गए। ब्लास्ट की आवाज सुनने के मौके पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दी। पुलिस व फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियों की टीम ने एक घंटे में किसी तरह से आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि इस घटना में किसी तरह की कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। हालांकि सिलेंडर फटने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार गुरसागर कॉलोनी में रविवार को एक महिला झुग्गी में खाना बना रही थी। खाना बनाते समय वह किसी काम से बाहर गई कि अचानक सिलेंडर ब्लास्ट हो गया जिससे आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि आसपास की 4 झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान झुग्गियों में मौजूद लोगों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी भी तरह की कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।
वहीं मौके पर पहुंची मलोया थाना पुलिस झुग्गी समेत वहां पर मौजूद लोगों का बयान दर्ज करने में जुटी है। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि कहीं यह आग किसी ने जानबूझकर तो नहीं लगाई। हालांकि झुग्गी में पड़े सभी सामान जलकर राख हो गए।
चारों झुग्गी में से 3 सिलेंडर ब्लास्ट आग की चपेट में आईं चारों झुग्गी में कुल 3 सिलेंडर थे और तीनों फट गए। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि सिलेंडर फटने के बाद ऐसा लगा कि मानो कहीं बम धमाका हुआ हो। आसपास के लोग इस घटना से बुरी तरह से डर गए। जब सभी लोगों ने आवाज सुनने के बाद घटना स्थल पर पहुंचे तो देखा कि वहां पर सिलेंडर फटे हुए थे। मलोया थाना पुलिस के बैक साइड हादसा होने की वजह से पुलिस ने भी फौरन पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी।
20 मिनट तक रास्ता न होने के कारण फंसी रही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां
बता दें कि जिस कालोनी में सिलेंडर फटने से भयानक आग लगी, उस कॉलोनी में बड़ी गाड़ियां जाने का कोई रास्ता नहीं था। जिसके कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ियां सही समय पर पहुंचने के बाद भी 20 मिनट तक घटना स्थल वाली जगह पर नहीं पहुंच पाई। मौके पर मौजूद पूर्व मेयर राजेश कालिया और समाजसेवी ऋृषिराज ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर आग बुझाने में पूरी मदद की। समाजसेवी ऋृषिराज ने बताया कि झुग्गियों में बड़ी गाड़ी जाने का रास्ता नहीं था। जिसके कारण वह अपनी टीम के साथ वहां पर पहुंचकर वहां बने गिरिल को तोड़ा, जिसके बाद वहां पर गाड़ी पहुंच सकी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.