अपराधियों के बढ़ रहे हौसले को देखते हुए चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली पुलिस व प्रशासन एक साथ आने की तैयारी कर रही है, ताकि ट्राईसिटी में बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए अब कॉमन पुलिस कंट्रोल रूम बनाने की तैयारी की जाएगी, जिससे आपराधिक घटना की जानकारी फौरन चंडीगढ़, मोहाली समेत पंचकूला पुलिस तक भी पहुंच जाएं।
बता दें कि इस मामले में पड़ोसी राज्यों से भी बात हो गई है। बताया जा रहा है कि एकजुट होने के लिए आवश्यक मानकों पर काम भी कर लिया गया है। प्रशासन अधिकारियों ने प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को भी इस प्रोजेक्ट की जानकारी दे दी है। अभी तक होता यह है कि अपराधी चंडीगढ़ में किसी घटना को अंजाम देकर मोहाली या पंचकूला निकल जाते हैं।
कई बार जानकारी देरी से ट्रांसफर होने पर अपराधी वहां से निकलने में ीाी कामयाब हो जाते हैं। इसलिए कॉमन पुलिस कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। अभी चंडीगढ़ पुलिस ने कंट्रोल रूम की 112 हेल्पलाइन शुरू की हुई है। इसी की तर्ज पर अब कॉमन कंट्रोल रूम होगा। पूरी ट्राईसिटी के लिए एक ही हेल्पलाइन नंबर होगा। जिस शहर की समस्या होगी, उसको जानकारी दी जाएगी।
तीनों शहर हो जाएंगे कनेक्ट
तीनों शहरों के कनेक्ट होने से जहां कई चीजें अच्छी हुईं हैं, वहीं कुछ का नुकसान भी हुआ है। चंडीगढ़ सहित तीनों शहरों के प्रशासन अपनी सीमा में रहकर कार्य करने के लिए उत्तरदायी हैं। उनकी जिम्मेदारी भी अपनी सीमा तक है। वहीं अपराधियों के लिए कोई सीमा नहीं है। वह एक शहर में घटना को अंजाम देकर दूसरे में पहुंच जाते हैं। लॉ एंड ऑर्डर की ऐसी ही समस्याओं से निपटने के लिए अब पहली बार तीनों शहरों के लिए कॉमन कंट्रोल रूम बनेगा।
ट्राईसिटी लेवल की हो चुकी है मीटिंग
बता दें कि इससे पहले चंडीगढ़ के प्रशासक रहे वीपी सिंह बदनौर के नेतृत्व में ट्राईसिटी लेवल पर कई बार मीटिंग हो चुकी हैं। त्योहारी सीजन के मद्देनजर ट्राईसिटी के अधिकारी एक साथ आकर मीटिंग करते रहे हैं। हालांकि यह कॉमन रूम बनने का काम अगर सिरे चढ़ता है तो अपराधियों पर लगाम लगाने में अधिकारियों को मदद मिलेगी।
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