बुड़ैल जेल के बाहर बम मिलने का मामला:मुलतानी के खिलाफ चंडीगढ़ कोर्ट पहुंची NIA; खालिस्तानी आतंकी पन्नू से लिंक

चंडीगढ़4 महीने पहले
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चंडीगढ़ की हाईटेक मॉडल बुड़ैल जेल की दीवार के पास पिछले साल RDX मिलने के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(NIA) ने चंडीगढ़ में स्पेशल जज, NIA कोर्ट को एक एप्लिकेशन दायर की है। इसमें खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस नामक प्रतिबंधित संस्था के मेंबर जसविंदर सिंह मुल्तानी के खिलाफ प्रोक्लामेशन प्रोसीडिंग्स शुरू करने की मांग की है। उस पर अप्रैल, 2022 में बुड़ैल जेल के पास बम(RDX) प्लांट करने के आरोप हैं।

क्या होती है प्रोक्लामेशन प्रोसिडिंग
बता दें कि प्रोक्लामेशन प्रोसिडिंग तब शुरू की जाती है जब कोर्ट के पास यह विश्वास करने का कारण हो कि कोई व्यक्ति जिसके खिलाफ वारंट जारी किया है, फरार है या खुद को छिपा रहा है और जिसके चलते ऐसा वारंट सर्व नहीं किया जा सकता तो कोर्ट आरोपी को पेशी के लिए सार्वजनिक रूप से प्रोक्लामेशन प्रोसिडिंग के तहत नोटिस जारी करती है।

मामले में NIA कोर्ट के स्पेशल जज जगजीत सिंह इस एप्लिकेशन पर मार्च के पहले सप्ताह सुनवाई करेंगे। पिछले वर्ष 23 अप्रैल को चंडीगढ़ पुलिस की ऑपरेशन सेल की टीम को पेट्रोलिंग के दौरान शाम लगभग 7:30 बजे जेल की दीवार के साथ एक बम मिला था। 18 मई, 2022 को NIA ने केस की जांच चंडीगढ़ पुलिस से ले ली थी।

बॉक्स, डेटोनेटर और जली हुई तारें मिली
पुलिस को जेल की दीवार के पास कुछ धुंआ उठता दिखा था। FIR के मुताबिक ऑपरेशन सेल इंचार्ज इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह को यह बम मिला था। वह अपनी क्विक रिएक्शन टीम के साथ वहां पहुंचे थे। यह बम एक बैग में रखा गया था। जिसमें बॉक्स, डेटोनेटर और कुछ जली हुई तारें थी। पुलिस को डेटोनेटर एक पाकिस्तानी उर्दू अखबार में लपेटा हुआ मिला था। बैग में खालिस्तान एक्शन फोर्स के कुछ प्रिंटआउट भी मिले थे।

अगले दिन दोपहर में इस बम को नेशनल सिक्योरिटी गार्ड(NSG) ने डिफ्यूज किया था। टीम यहां मानेसर से पहुंची थी और अपने साथ रोबोट भी लाई थी, जिसने पहले बम की जांच की थी।

एक और डेटोनेटर मिला
वहीं घटना के बाद 28 अप्रैल को दोबारा गहन जांच में एक और डेटोनेटर भी मिला था जिसके साथ एक मोबाइल फोन था। पुलिस ने एरिया का डंप डेटा भी निकाला था। इस दौरान कई संदिग्ध नंबरों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। इनमें से एक बम मिलने के बाद से स्विच्ड ऑफ आ रहा था। बाद में पता चला कि यह नंबर एक जसविंदर सिंह मुलतानी के नाम था। यह जर्मनी में कॉल करने के लिए इस्तेमाल हुआ था।

मुलतानी पन्नु से लिंक
बता दें कि मुलतानी अमेरिका-बेस्ड सिख फॉर जस्टिस के फाउंडर गुरवंत सिंह पन्नु ने जुड़ा हुआ है। पन्नू पंजाब में खालिस्तानी लहर पैदा करना चाहता है। मुलतानी वर्ष 2021 के लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट केस का भी मास्टरमाइंड है। चंडीगढ़ पुलिस ने बम मिलने के बाद एक्सप्लोसिव सबस्टांस एक्ट की धारा 3 और अनलॉफुल एक्टिविटिज (प्रिवेंशन) एक्ट(UAPA) की धारा 13,18 और 20 के तहत यह केस दर्ज किया था।

मुलतानी मूलरुप से होशियारपुर के मुकेरिया के पास गांव मंसूरपुर का रहने वाला है और फिलहाल विदेश में छुपा हुआ है। पंजाब में उसके खिलाफ कई FIR दर्ज हैं।