फरीदकोट बेअदबी केस की जांच कर रही पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) डेरा प्रबंधकों के रवैये से नाराज है। एसआईटी सोमवार को डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर सिरसा गई थी। वहां उन्हें डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां और सीनियर वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन नहीं मिले।
इसे देखते हुए अब डेरे के सीनियर वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं। नैन ने पिटीशन दायर कर कहा कि SIT उनसे किसी तरह की पूछताछ से पहले नोटिस जारी करे। सोमवार को SIT सीधे डेरा सच्चा सौदा पहुंच गई थी।
भगौड़े प्रेमियों की तलाश में खंगाला डेरा, डॉक्यूमेंट जब्त किए
हालांकि इस केस में भगौड़े 3 डेरा प्रेमियों की तलाश में एसआईटी ने करीब एक घंटे तक डेरे को खंगाला, लेकिन कोई हाथ नहीं आया। टीम ने वहां से कुछ दस्तावेज जरूर इकट्ठा किए हैं। अब विपासना और नैन खुद पेश नहीं हुए तो फिर एसआईटी कानूनी तरीके से उन पर सख्ती बढ़ाएगी। इसमें उनकी गिरफ्तारी का कदम भी उठाया जा सकता है, जिसके लिए तैयारी भी शुरू की जा रही है।
फिट नहीं तो बाहर कैसे?
एसआईटी ने 3 बार पहले भी विपासना और नैन को सम्मन भेजे थे, लेकिन वह नहीं आए। इसके बाद एसआईटी खुद डेरा सिरसा पहुंच गई। लेकिन दोनों ही वहां नहीं मिले। टीम में IG एसपीएस परमार, SSP मुखविंदर सिंह भुल्लर, DSP लखबीर सिंह और इंस्पेक्टर दलबीर सिंह शामिल थे। एसआईटी के चीफ IG एसपीएस परमार ने सवाल उठाया कि अगर वह मेडिकली फिट नहीं हैं तो फिर डेरे से बाहर कैसे हैं? एसआईटी का मानना है कि यह सिर्फ बहानेबाजी हो रही है। वर्ना वह डेरे में ही बैड पर होते। IG परमार ने कहा कि अगले 4-5 दिन में दोनों खुद पेश होंगे। अगर नहीं हुए तो फिर लीगल टीम से चर्चा कर आगे की कार्रवाई होगी।
इन तीन की पुलिस को तलाश
बेअदबी केस में अब तक पांच डेरा प्रेमियों रणदीप सिंह उर्फ नीला, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, निशान सिंह और नरिंदर कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया, जो अब जमानत पर चल रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के 3 सदस्य संदीप बरेटा, प्रदीप कलेर और हर्ष धूरी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए। इन तीनों का आज तक कोई सुराग नहीं लगा। कोर्ट इन्हें भगौड़ा करार दे चुकी है। इनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हो चुका है। इन तीनों को एसआईटी 2015 में हुए बेअदबी केस से जोड़कर देख रही है।
डेरा प्रबंधकों से पूछताछ इसलिए अहम
कुछ दिन पहले एसआईटी ने रोहतक की सुनारिया जेल जाकर बाबा राम रहीम से पूछताछ की थी। जिसमें राम रहीम ने कहा कि उनका काम सिर्फ सत्संग करना था। डेरे की कमाई, प्रॉपर्टी से लेकर हर तरह के बारे में डेरा प्रबंधकों को ही पता होगा। एसआईटी यही स्पष्ट करना चाहती है कि फरीदकोट में हुए बेअदबी केस में डेरा प्रबंधकों की कोई भूमिका तो नहीं। हालांकि राम रहीम समेत डेरे के तमाम लोग बेअदबी की घटना में हाथ होने से इन्कार कर चुके हैं।
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