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पंजाब सरकार में हड़कंप:स्वर्ण मंदिर में फोटो आने के बाद मजीठिया की तलाश में छापे तेज; अकाली नेता वल्टोहा बोले- हर साल माथा टेकते हैं

चंडीगढ़एक वर्ष पहले
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ड्रग्स केस में नामजद दिग्गज अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने की तस्वीरें सामने आते ही पंजाब सरकार में हड़कंप मच गया है। सुबह होते ही पंजाब पुलिस की टीमों ने मजीठिया के ठिकानों में छापे मारे। चंडीगढ़ और पंजाब के कुछ अन्य जिलों के अलावा मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास और कुछ करीबियों के यहां भी पंजाब पुलिस पहुंची। पुलिस को मजीठिया नहीं मिले।

वहीं मजीठिया की तस्वीरें नई-पुरानी के सवाल पर वरिष्ठ अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि बिक्रम मजीठिया हर नए साल के पहले दिन दरबार साहिब में माथा टेकते हैं। उन्होंने स्पष्ट नहीं कहा, लेकिन संकेत जरूर दिया कि मजीठिया की यह तस्वीरें शनिवार यानी एक जनवरी 2022 की ही हैं।

मजीठिया की तलाश में रेड करने पहुंची पंजाब पुलिस टीम
मजीठिया की तलाश में रेड करने पहुंची पंजाब पुलिस टीम

इससे पंजाब की चन्नी सरकार कटघरे में आ गई है। वह कह रही है कि मजीठिया फरार हैं और उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी करवा चुके हैं।

मुश्किल में फंसी सरकार, फिर घेर सकते हैं सिद्धू
पंजाब में CM चरणजीत चन्नी की सरकार फिर मुश्किल में फंस सकती है। कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू पहले ही कहते रहे हैं कि सिर्फ केस दर्ज करने की खानापूर्ति नहीं चलेगी। मजीठिया को गिरफ्तार करना होगा। सरकार कहती रही कि वह लगातार कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मजीठिया नहीं मिल रहे। ऐसे में मजीठिया की तस्वीरें सामने आने के बाद सिद्धू को फिर सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया है।

स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने पहुंचे अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की फोटो
स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने पहुंचे अकाली नेता बिक्रम मजीठिया की फोटो

5 जनवरी को अग्रिम जमानत पर सुनवाई
बिक्रम मजीठिया के खिलाफ पुराने ड्रग केस में FIR दर्ज की गई है। इसके बाद मजीठिया अंडरग्राउंड हो गए थे। उन्होंने पंजाब पुलिस की सुरक्षा भी छोड़ दी थी। इसके बाद वह अग्रिम जमानत के लिए मोहाली की सेशन कोर्ट गए, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया। इसके बाद उन्होंने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिसकी सुनवाई 5 जनवरी को होनी है। अगर चन्नी सरकार मजीठिया को तब तक गिरफ्तार न कर सकी तो 5 की सुनवाई के बाद वह विपक्षियों और खासकर सिद्धू के निशाने पर आ सकते हैं।

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वल्टोहा बोले- मजीठिया के खिलाफ चुनाव लड़ें सिद्धू या चन्नी
अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि पंजाब सरकार ने राजनीतिक बदलाखोरी के तहत यह केस दर्ज किया है। इसके बजाय उन्हें चुनाव मैदान में लड़ना चाहिए। वल्टोहा ने कहा कि नवजोत सिद्धू या चरणजीत चन्नी को मजीठिया के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए। इससे पता चल जाएगा कि मजीठिया से लोग कितना प्यार करते हैं।

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