टेरर फंडिंग केस में हर्षवीर भेजा जेल:पंजाब यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट; जल्द और गिरफ्तारियों की उम्मीद

चंडीगढ़4 महीने पहले
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पंजाब पुलिस का स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल(SSOC) आज टेरर फंडिंग केस में पकड़े गए पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के स्टूडेंट हर्षवीर सिंह बाजवा(26) को आज मोहाली कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उसे कोर्ट के आदेशों पर ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया। इससे पहले उसका 3 दिनों का पुलिस रिमांड हासिल किया गया था। बाजवा के मोबाइल फोन के जरिए लगातार SSOC उसके फ्रेंड्स सर्कल का रिकॉर्ड भी खंगाल रहा है। बाजवा यूनिवर्सिटी में गांधीयन एंड पीस स्टडी विभाग में MA(थर्ड ईयर) का स्टूडेंट है।

SSOC के मुताबिक उसके पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी लिंक हैं और आतंक पैदा करने के लिए पैसे जुटाने में उसका रोल सामने आया है। बाजवा मूलरुप से पंजाब के संगरूर जिले का रहने वाला है।

पुलिस डेरा प्रेमी प्रदीप सिंह हत्याकांड में उसके रोल की गहनता से जांच में जुटी हुई है। बीते 10 नवंबर को प्रदीप की पंजाब के कोटकपुरा में आधा दर्जन हमलावरों द्वारा गोलियां मार हत्या की गई थी। SSOC के मुताबिक बाजवा ने इनमें से एक शूटर को 20 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे। बाजवा के कनाडा में छिपे लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ से भी संपर्क में होने की बात सामने आई है। गोल्डी बराड़ ने पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी।

वहीं दूसरी ओर पंजाब यूनिवर्सिटी अथॉरिटी के मुताबिक बाजवा कभी भी यूनिवर्सिटी कैंपस में किसी संदेहास्पद या गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं रहा है। स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया(SOI) से जुड़ा बाजवा यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के साथ काफी मिलनसार था। यूनिवर्सिटी में फंक्शन आदि में भी वह पूरी तरह भाग लेता था। हालांकि वह कभी भी बाकी स्टूडेंट्स के साथ अपनी निजी जिंदगी को लेकर ज्यादा बात नहीं करता था।

सेक्टर 17 से किया था गिरफ्तार
वहीं सूत्रों के मुताबिक पुलिस रिमांड के दौरान बाजवा ने दो साथियों के नाम बताए हैं, जिनकी भूमिका को लेकर पुलिस जांच में जुट गई है। इनमें से एक लॉरेंस का करीबी है। SSOC जल्द इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां भी कर सकता है। बता दें कि हर्षवीर को बीते दिनों सेक्टर 17 में उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह अपने दोस्तों के साथ शॉपिंग कर रहा था।

विदेशों से आता था पैसा
पुलिस के मुताबिक हर्षवीर को अमेरिका, इटली, दुबई और फिलिपिंस जैसे देशों से पैसा आ रहा था। यह रकम ISI के इशारे पर पंजाब समेत देश के अन्य हिस्सों में काम कर रहे स्लीपर सेल के लिए गोला-बारुद जुटाने के लिए थी। हर्षवीर पाकिस्तान में छिपे आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लंडा हरीके के संपर्क में भी बताया गया था।