डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा राम रहीम से 8 नवंबर को पूछताछ होगी। इसके लिए पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) हरियाणा में रोहतक की सुनारिया जेल जाएगी। राम रहीम पर फरीदकोट में श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी का केस है। बाबा राम रहीम से पूछताछ के लिए SIT ने सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयार की है। इसमें करीब 100 सवाल बताए जा रहे हैं। एसआईटी राम रहीम से बेअदबी केस में फरार चल रहे डेरे की नेशनल कमेटी के 3 मेंबरों के ठिकानों के बारे में भी पूछताछ करेगी।
इससे पहले फरीदकोट की कोर्ट ने प्रोडक्शन वारंट जारी किया था। इसमें SIT को राम रहीम को पंजाब लाकर पूछताछ करनी थी, हालांकि राम रहीम के वकील हाईकोर्ट चले गए। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने लोअर कोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी। इसके बाद SIT को सुनारिया जेल जाकर पूछताछ करने को कहा गया।
6 साल पुराना गुरु ग्रंथ साहिब चोरी का मामला
पंजाब पुलिस की SIT 6 साल पहले दर्ज हुए बेअदबी के एक मामले में डेरा प्रमुख से पूछताछ करना चाहती है। यह मामला 1 जुलाई 2015 का है, जब फरीदकोट जिले में बरगाड़ी से 5 किलोमीटर दूर स्थित गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप चोरी हो गया था। 24 सितंबर 2015 को बरगाड़ी में गुरुद्वारे के पास हाथ से लिखे दो पोस्टर लगे मिले।
आरोप है कि पंजाबी भाषा में लिखे इन पोस्टरों में अभद्र भाषा इस्तेमाल की गई और पावन स्वरूपों की चोरी में डेरा सच्चा सौदा का हाथ होने की बात भी लिखी गई। 12 अक्टूबर 2015 को बुर्ज जवाहर सिंहवाला की गलियों में पावन स्वरूप के अंग बिखरे मिले। इसके बाद सिख संगत पर फायरिंग की घटना भी हुई। जिसमें 2 लोगों की मौत हुई।
अब तक 5 की गिरफ्तारी, 3 के खिलाफ लुकआउट नोटिस
बेअदबी और गोलीकांड के इस मामले में साल 2015 में 3 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई। इनमें पांच डेरा प्रेमियों रणदीप सिंह उर्फ नीला, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, निशान सिंह और नरिंदर कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया, जो अब जमानत पर चल रहे हैं। डेरा सच्चा सौदा की नेशनल कमेटी के 3 मेंबर संदीप बरेटा, प्रदीप कलेर और हर्ष धूरी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए गए। इस बारे में भी राम रहीम से पूछताछ की जाएगी।
CBI समेत 3 SIT कर चुकी जांच
साल 2015 में बेअदबी का मामला 2017 के पंजाब विधानसभा के चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बन गया। जिसके चक्कर में अकाली दल की बुरी तरह से हार हुई। अब तक इस मामले की जांच CBI के अलावा पंजाब पुलिस की तीन अलग-अलग SIT कर चुकी हैं, लेकिन बेअदबी करने वाले असल दोषियों के नाम सामने नहीं आ पाए हैं।
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