पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में आने वाले 5 दिनों तक शीत लहर चलने की संभावना है, जिससे ठिठुरन बढ़ेगी। मंगलवार को हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में घनी धुंध छाई। पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में बारिश के बाद पूरे उत्तर भारत में घने कोहरे की चादर बिछ गई है।
अगले 5 दिनों तक यह घना कोहरा छाया रहेगा और साथ में शीत लहर चलेगी, जिससे तीनों राज्यों के लोगों को कंपकंपी का अहसास होगा।
हरियाणा में हिसार सबसे ठंडा
मंगलवार को हरियाणा का हिसार जिला सबसे ठंडा रहा। हिसार का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रोहतक में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रहा। आने वाले दिनों में इस तापमान के और नीचे जाने के संकेत हैं। वहीं लोग ठिठुरन कम करने के लिए आग जलाकर हाथ सेकते नजर आए। सड़कों पर वाहनों का आवागमन भी कम रहा।
मौसम के खुश्क रहने के आसार
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक मदन खिचड़ का कहना है कि अगले 3 दिनों तक मौसम खुश्क रहेगा। बीच-बीच में हल्के बादल छा सकते हैं। सुबह और रात्रि में धुंध छाई रहेगी। शीत लहर भी चलेगी, जिससे ठिठुरन बढ़ेगी। 12 और 13 जनवरी तक धुंध और उसके बाद उत्तरी पश्चिमी हवाएं चलेंगी, जिससे तीनों राज्यों में शीत लहर चलेगी। यह मौसम 16 जनवरी तक ऐसा ही चलेगा।
पंजाब में पठानकोट रहा सबसे
पंजाब में मंगलवार के दिन की शुरुआत घनी धुंध के साथ हुई। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को पठानकोट सबसे ठंडा रहा। जिले का न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो पंजाब में सबसे कम था। वहीं अमृतसर का तापमान 7.5 डिग्री रहा। धुंध व बादलों के कारण न्यूनतम तापमान में अधिक गिरावट देखने को नहीं मिल रही।
यही कारण है कि अधिकतर शहरों में दिन का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री के करीब रह सकता है। लेकिन बुधवार के बाद धूप खिलने से दिन के न्यूनतम तापमान में एक बार फिर गिरावट होने का अनुमान है। आने वाले 5 दिनों में दिन का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक नीचे गिर सकता है।
केवल गेहूं के लिए लाभदायक, बाकी के लिए नुकसानदायक
कृषि विभाग हरियाणा के एसडीओ दिलबाग सिंह का कहना है कि धुंध और कोहरा गेहूं की फसल के लिए लाभदायक है। आलू, मटर, सरसों, सब्जियों के लिए नुकसानदायक है। टमाटर की पौध के लिए भी नुकसानदायक है। चना और सरसों भी खराब होगी। सरसों पकने के कगार पर है। इससे सरसों का दाना बारीक हो जाता है। चने की पैदावार भी आधी रह जाएगी।
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