छठ पूजा को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। चंडीगढ़ प्रशासन ने सेक्टर-42 की लेक को सजा दिया है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर 35 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। सेक्टर-42 लेक पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शहर के डीजीपी प्रवीर रंजन शिरकत करेगें। आज खरना व्रत रखा गया है। व्रत के साथ घरों में शाम के लिए बिना लहुसन, प्याज के घिया की सब्जी और चावल बनाने की तैयारी की जा रही है। खरना व्रत करने के बाद व्रत रखने वाले लोग शहर में बने विभिन्न घाटों पर पहुंचकर स्नान भी कर रहे हैं।
बता दें कि इस बार कोरोना महामारी से राहत मिलने के बाद शहर में छठ पूजा को लेकर विभिन्न स्थानों पर स्नान और अर्घ्य के लिए घाट तैयार किए गए हैं। इनमें सबसे मुख्य न्यू लेक सेक्टर-42 है। जहां पर स्नान और पूजा के लिए विभिन्न प्रकार की तैयारियां की गई हैं। न्यू लेक सेक्टर-42 में पूर्वांचल महासंघ की तरफ से विशेष व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार मलोया, बहलाना में भी छठ पूजा की व्यवस्था की गई है। जानकारी देते हुए पूर्वांचल महासभा के प्रेसीडेंट डीके सिंह ने कहा कि कोरोना नियमों का पालन करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा। इसी प्रकार 11 नवंबर को सुबह के समय भी उगते सूर्य को अर्घ्य देने की व्यवस्था न्यू लेक पर की गई है।
भगवान सूर्य की अराधना
छठ पूजा में भगवान सूर्य की अराधना की जाती है। छठ पूजा चार दिन की होती है। दीपावली के तीन दिन बाद से घर में पूजा और खान-पान तैयार किया जाता है। 5वें दिन खरना व्रत होता है। जिसमें बिना पानी के व्रत किया जाता है। शाम के समय खीर का प्रसाद देकर व्रत को खत्म किया जाता है। उसके बाद छठे दिन सुबह से लेकर 7वें दिन सुबह तक बिना कुछ खाए डूबते और चढ़ते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत को पूरा किया जाता है। व्रत खासतौर पर मन्नत को पूरा करने के साथ घर कर सुख-स्मृद्धि के लिए रखा जाता है।
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