बच्चों पर वैक्सीन:PGI चंडीगढ़ में भी होंगे ट्रायल; 21 दिन के गैप में दो कोवोवैक्स की डोज लेने के बाद बच्चों को 6 महीने तक फॉलो किया जाएगा

चंडीगढ़2 वर्ष पहले
  • कॉपी लिंक
पिछले साल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई कोवीशील्ड के दूसरे और तीसरे ह्यूमन ट्रायल के लिए PGI चंडीगढ़ देशभर से चुनी गई 17 साइट्स में एक था।- प्रतीकात्मक फोटो - Dainik Bhaskar
पिछले साल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई कोवीशील्ड के दूसरे और तीसरे ह्यूमन ट्रायल के लिए PGI चंडीगढ़ देशभर से चुनी गई 17 साइट्स में एक था।- प्रतीकात्मक फोटो

बच्चों पर कोविड 19 की वैक्सीन कोवोवैक्स के दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल के लिए देशभर से चुनी गईं 10 साइट्स में से PGI चंडीगढ़ भी एक साइट होगी। PGI में स्टडी की प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर मधु गुप्ता के मुताबिक उन्हें इसके लिए कॉन्टेक्ट किया गया है लेकिन इसके लिए इंस्टिट्यूट की एथिकल कमेटी से क्लियरेंस लेनी होगी। एक बार यह क्लियरेंस मिल गई तो यह पता चल सकेगा कि इस साइट से कितने सब्जेक्ट्स को ट्रायल के लिए लिया जाना है।

12 व 17 साल की एज ग्रुप के लिए 920 और 2 व 11 साल के एज ग्रुप के लिए 460 का सैंपल साइज होगा। सूत्रों के मुताबिक PGI चंडीगढ़ में 100 सब्जेक्ट्स को अनुमति होगी। बता दें कि पिछले साल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई कोवीशील्ड के दूसरे और तीसरे ह्यूमन ट्रायल के लिए PGI चंडीगढ़ देशभर से चुनी गई 17 साइट्स में एक था।

इस महीने ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बच्चों की वैक्सीन के ट्रायल शुरू हो जाएंगे जब SII कोवोवैक्स के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से अप्रूवल लेगा। यह ऐसी चौथी वैक्सीन है जिसके बच्चों पर ट्रायल किए जाएंगे। 21 दिन के गैप में दो कोवोवैक्स की डोज लेने के बाद बच्चों को 6 महीने तक फॉलो किया जाएगा। उम्मीद है कि इस साल के अंत तक इस वैक्सीन को लॉन्च कर दिया जाएगा। अमरीकन बायोटेक्नोलॉजी फर्म नोवोवैक्स द्वारा तैयार इस रिकॉम्बिनेंट नैनोपार्टिकल प्रोटीन बेस्ड वैक्सीन को भारत में कोवोवैक्स ब्रांड नेम दिया गया है।

खबरें और भी हैं...