चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकानों में रहने वाले लोगों द्वारा घरों में नीड बेस्ड बदलावों की मांग को लेकर उठाए गए मुद्दों पर आज हाउसिंग बोर्ड की नीड बेस्ड कमेटी की अहम बैठक होगी। मीटिंग की अध्यक्षता हाउसिंग बोर्ड के सेक्रेटरी राकेश कुमार पोपली करेगें। बोर्ड मेंबर्स के रुप में शहर की पूर्व मेयर पूनम शर्मा, चंडीगढ़ रेजिडेंट एसोसिएशन ऑफ वेल्फेयर फेडरेशन के चेयरमैन हितेश पुरी, आर्किटेक्ट सुरिंदर बग्गा समेत प्रशासनिक अधिकारी इस मीटिंग में मौजूद रहेगें। इससे पहले बीते रविवार को शहर की मेयर सर्बजीत कौर इन मांगों को लेकर अलॉटियों से सैक्टर 40 में हुई एक बैठक में मिली थी। यहां लोगों की समस्याएं सुनने के बाद उन्होंने उनकी मांगों को पुरजोर तरीके से प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष उठाए जाने का आश्वासन दिया था।
दिल्ली की तर्ज पर बदलावों की है मांग
हाउसिंग बोर्ड के मकानों में रहने वाले लोगों की मांग है कि उनके घरों में दिल्ली की तर्ज पर ही नीड बेस्ड चेंज लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सालों पुराने इन घरों को वॉयलेशन के नाम पर गिराया नहीं जा सकता। ऐसे में उनके द्वारा ज़रुरत के हिसाब से किए गए बदलावों को नियमित किया जाना चाहिए। लगभग 4 लाख लोग अपने मकानों में इन बदलावों को नियमित करने की राह देख रहे हैं, जिस पर जल्द ही फैसला लेने की मांग रखी गई है।
यह प्रमुख मांगे हैं अलॉटियों की
अलॉटियों के मुताबिक उनके द्वारा किए गए पुराने निर्माण पर तब तक उन्हें नोटिस नहीं भेजे जाने चाहिए, जब तक कि दिल्ली की तर्ज पर नीड बेस चेंज लागू नहीं किया जाता है। वहीं मकानों में बदलावों के चलते प्रॉपर्टी ट्रांसफर पर भी रोक न लगाए जाने की मांग की है। अलॉटियों ने कहा कि सितंबर 2011 से पहले जीपीए पर ट्रांसफर को भी स्वीकार किया जाना चाहिए। कहा गया कि जिन लोगों को अतिरिक्त जगह पर निर्माण किया हुआ है, उनसे भी उचित राशि लेकर बदलाव नियमित किए जाने चाहिए, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। जानकारी के मुताबिक 90 प्रतिशत लोगों ने अपने घरों में जरूरत मुताबिक बदलाव किए हुए हैं। इस संबंध में सीएचबी को भी भली-भांति जानकारी है। अलॉटी वन टाइम सेटलमेंट की मांग कर रहे हैं, ताकि लोगों के घरों को टूटने से बचाया जा सके और जरूरत मुताबिक बदलाव नियमित किए जा सकें।
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