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गीतांश गौतम, हिमाचल में विदेशी बर्ड्स की एवियन इन्फ्लुएंजा से मौत के बाद छतबीड़ जू प्रशासन ने जू की वॉक इन एवियरी को बंद कर दिया है। बर्ड्स एवियन इन्फ्लुएंजा से बचाने के लिए ऐसा किया गया है। छतबीड़ प्रशासन की ओर से जू के अंदर वाॅक इन एवियरी शुरू की गई थी।
इसके तहत जू प्रबंधन की ओर से पिंजरे बनाए गए थे ताकि पर्यटक इनमें वॉक इन करते हुए बर्ड्स को खुले प्राकृतिक वातावरण में घूमते-फिरते देख सकें। फ्लू की वजह से जू के अंदर के बर्ड्स को भी उनके पिंजरों तक ही सीमित कर दिया है। पिंजरों को चारों ओर से ढक दिया गया है।
न तो टूरिस्ट इनको देख सकते हैं और न ही बाहर से आने वाले माइग्रेटरी बर्ड्स से इनका संपर्क हो सकता है। जब तक फ्लू का असर खत्म नहीं हो जाता, तब तक बर्ड सेक्शन टूरिस्ट्स के लिए बंद कर दिया गया है। अभी यह सेक्शन अस्थाई तौर पर बंद किया गया है।
छतबीड़ जू के फील्ड डायरेक्टर डॉ. एम. सुधागर ने बताया कि बर्ड सेक्शन को कवर किया गया है ताकि ये फ्लू के संपर्क में न आएं। माइग्रेटरी बर्ड्स को हम रोक नहीं सकते लेकिन इस मौसम में वह कब आ जाएं, कुछ कहा नहीं जा सकता।
अभी नहीं आए विदेशी परिंदे, जू प्रबंधन नहीं चाहता आएं
अभी विदेशी परिंदे यहां नहीं पहुंचे हैं। हर साल इस मौसम में कई विदेशी मेहमान यहां आकर लोगों के आकर्षण का केंद्र बनते थे, जिनमें विभिन्न प्रजाति के विदेशी पक्षी होते थे। उम्मीद है कि इस बार भी कुछ पक्षी यहां आ जाएं लेकिन जू प्रबंधन नहीं चाहता कि इस बार माइग्रेटरी मेहमान यहां आएं और जू के अंदर मौजूद बर्ड्स को खतरा पैदा करें। पर दूसरी बात यह है कि माइग्रेटरी बर्ड्स को रोकना भी किसी के बस में नहीं है।
लॉयन सफारी भी बंद
कोरोना से बचाने के लिए लॉयन सफारी पहले ही बंद है। डियर सफारी भी बंद है। सर्दी में रेप्टाइल हाउस को भी बंद किया जाता है। इसलिए रेप्टाइल्स भी इन दिनों नजर नहीं आ रहे हैं। जू में अब टाइगर, लेपर्ड और मगरमच्छ ही देख सकते हैं।
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