बलरामपुर जिले के राजपुर महुआपारा में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जहां कलियुगी और बेरहम मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को फेंक दिया। अब नवजात शिशु को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ डॉक्टर रामप्रसाद तिर्की द्वारा इलाज किया जा रहा है।
नगर पंचायत का स्वीपर राज सिंह शनिवार को सुबह 5 बजे महुआपारा राइस मिल के पास से गुजर रहा था। उसने नवजात के रोने की आवाज सुनी इसके बाद उसकी नजर खेत में नवजात शिशु पर पड़ी। उसने पुलिस व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीएमओ डॉक्टर रामप्रसाद तिर्की को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस नवजात शिशु को कब्जे में लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर पहुंचा।
पार्षद पूरनचंद जायसवाल व विश्वास गुप्ता भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। बीएमओ डॉक्टर रामप्रसाद तिर्की ने बताया कि नवजात शिशु करीब 7 माह का है, वजन करीब एक किलो है। स्थिति ठीक नहीं है इलाज चल रहा है। उसे पांच छह घंटे पहले फेंका गया रहा होगा। पुलिस भी मां की तलाश में जुटी है। पुलिस, स्वास्थ विभाग व मितानिनों और आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से मां तक पहुंच सकती है। हालांकि ऐसे मामलों में नवजात के परिजन तक अमला नहीं पहुंच पाता।
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