मधुमक्खियों का हमला:डंक के दर्द से छटपटाता रहा बुजुर्ग, डायल 112 नहीं आई, युवक ने कराया भर्ती, मौत

अंबिकापुर6 दिन पहले
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शहर के घुटरापारा इलाके में मधुमक्खियों के हमले में एक वृद्ध की जान चली गई। घटना सोमवार शाम को उस समय की है, जब मायापुर के घुटरापारा निवासी 60 वर्षीय नंदलाल विश्वकर्मा घर से टहलने निकले थे। वे नहर के पास पहुंचे थे कि अचानक मधुमक्खियों का एक झुंड उन पर टूट पड़ा। बचने के लिए वे शरीर पर रहे कपड़े उतारकर कुछ दूर इधर-उधर भागे, लेकिन मधुमक्खियों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। चेहरे को पूरी तरह से मधुमक्खियों ने ढंक लिया था। लगातार कई ढंक से नंदलाल जमीन पर गिर गए। इस दौरान उधर से गुजर रहे एक राहगीर ने फोन कर डायल 112 को सूचना दी, लेकिन टीम घंटे भर बाद भी नहीं पहुंची।

इधर नंदलाल जमीन पर छटपटाते हुए जान बचाने गुहार लगाते रहे। उनकी विवशता देख रवि सोनी ने हिम्मत की। कंबल डालकर पास पहुंचा और नंदलाल के शरीर में चिपकी मधुमक्खियों को उनसे अलग किया, फिर आॅटो में उन्हें मेडिकल काॅलेज अस्पताल पहुंचाया। तब तक उनकी सांसें चल रही थी, लेकिन इस कठिन प्रयास के बाद भी बुजुर्ग की जान नहीं बच पाई। अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। बहरहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।

मधुमक्खियों के हमले में पहले भी जा चुकी हैं कई जानें

1. खेत में मधुमक्खियों के हमले में ग्रामीण की मौत, मोहनपुर की घटना
जिले के लखनपुर इलाके के ग्राम मोहनपुर निवासी 45 वर्षीय ओमप्रकाश सिंह पिछले साल दिसंबर में मधुमक्खियों ने उस समय हमला कर दिया था, जब वे खेत में काम कर रहे थे। हमले में गंभीर ओमप्रकाश की अंबिकापुर मेडिकल काॅलेज अस्पताल में दूसरे दिन मौत हो गई थी।

2. मैनपाट में पिछले साल एक बुजुर्ग की गई जान, युवक घायल
जिले के मैनपाट इलाके में पिछले साल एक बुजुर्ग को मधुमक्खियों ने काटा था। बुजुर्ग की कुछ समय बाद मौत हो गई थी। बुजुर्ग को बचाने के प्रयास में एक युवक भी गंभीर हो गया था। हालांकि बाद में इलाज के बाद युवक की तबीयत ठीक हो गई थी।

3. मधुमक्खियों के हमले में शहर के एक डाॅक्टर की भी हो चुकी मौत
मधुमक्खियों के हमले में वर्षों पहले शहर के एक डॉक्टर की भी मौत हो चुकी है। वे परिवार के साथ शहर से लगे पिकनिक स्पाॅट चेंद्रा गए थे। इसी दौरान जंगल में मधुमक्खियों ने उनके ऊपर हमला कर दिया था और उनकी मौत हो गई थी।

मधुमक्खियों के काटने के बाद राहत के लिए ये करें उपाय
1. मधुमक्खियों के काटने के बाद पीड़ित को कम समय में अस्पताल ले जाना चाहिए।
2. पीड़ित को हड़बडाऩा नहीं चाहिए। उसे दौड़ने से बचना चाहिए। इससे उसकी तबीयत और खराब हो सकती है।
3. पीड़ित के शरीर से मधुमक्खियों का डंक निकाल देना चाहिए।
4. डंक वाली जगह पर बर्फ लगानी चाहिए। इसके अलावा चूना, सिरका, शहद भी लगाने से फायदा होता है।

शहर में ही मधुमक्खियों के छत्ते, हमला हुआ तो बचना मुश्किल

मधुमक्खियों के हमले में मौत की खबरें आती रही हैं, लेकिन रहवासी इलाके में इनके ठिकाने को हटाने कोई पहल नहीं की जाती है। भास्कर ने मधुमक्खियों के ठिकाने से संवेदनशील इलाके की पड़ताल की तो पता चला बीच शहर से लेकर अस्पताल परिसर तक में इनके छत्ते हैं। ऐसे में किसी कारण से कभी ये हमला करती हैं तो समस्या काफी गंभीर हो जाएगी। थाना चौक पर पानी टंकी पर मधुमक्खियों के कई छत्ते हैं। मेडिकल काॅलेज अस्पताल के मेडिसिन व चर्म रोग ब्लाॅक के पीछे पेड़ और टंकी पर इनके छत्ते हैं। और कई इलाकों में इनका जमावड़ा है।

एक्सपर्ट व्यू - शॉक में जाने से होती है मौत

"मधुमक्खियों के काटने से शरीर में एनाफायलेटिक रिएक्शन (एक तरह की एलर्जी) होता है। संबंधित व्यक्ति शॉक में चला जाता है। इससे पीड़ित काे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और उसकी हृदय गति कम होने लगती है। इससे पीड़ित की मौत हो जाती है। यह बाइट पर भी निर्भर करता है। उसे तुंरत अस्पताल ले जाएं।"
- डाॅ. लखन सिंह, एचओडी, मेडिसिन विभाग, मेडिकल काॅलेज

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