छत्तीसगढ़ के बस्तर में देशभर के कुल 58 पक्षी विशेषज्ञ पहुंचे हैं। वे पिछले 2 दिनों से बस्तर के अलग-अलग लोकेशन में बस्तर में पाई जाने वाली पक्षियों की प्रजातियों को ढूंढ रहे हैं। पक्षी विशेषज्ञों ने कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में हिमालय के एक पक्षी की प्रजाति की पहचान की है। ऐसा बताया जा रहा है कि, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों की करीब 170 से 200 प्रजातियां मौजूद हैं। जिनकी अब लगातार पहचान की जा रही है।
दरअसल, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पहली बार पक्षियों के सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। यहां देश के अलावा कुछ विदेशी पक्षियों की प्रजाति भी पाई जाती है। यही वजह है कि, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों के शोध के लिए करीब देश के अलग-अलग राज्यों से 58 विशेषज्ञ पहुंचे हैं। इनमें कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, समेत अन्य जगहों के विशेषज्ञ शामिल हैं। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, बर्ड काउंटिंग इंडिया एवं बर्ड्स एंड वाइल्ड लाइफ ऑफ छत्तीसगढ़ से भी सर्वेक्षण करवाया जा रहा है।
वाइल्डलाइफ बस्तर के DFO धमशील गणवीर ने बताया कि, बस्तर में भारत के पश्चिमी घाट एवं पूर्वीय हिमालय में पाए जाने वाले पक्षियों को भी यहां देखा गया है। पक्षियों का कांगेर घाटी में रहवास को समझने का प्रयास समय-समय पर किया जाता है। पिछले 2 दिनों में अब तक 150 तरह के पक्षियों की प्रजातियों की पहचान हो चुकी है। आज 27 तारीख तीसरा दिन है। उम्मीद है कि और पक्षियों की प्रजातियों की पहचान होए।
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कांगेर घाटी में पहाड़ी मैना, भृंगराज, उल्लू, वन मुर्गी, जंगली मुर्गा क्रेस्टेड, सरपेंटइगर, श्यामा, रैकेट टेल पाए जाते हैं। तितलियों की 63 प्रजातियां हैं। इनमें 46 जनेरा एवं 29 फैमिली के अंतर्गत आती हैं। रेप्टाइल की 12 फैमिली के 37 प्रजातियों में मगर, कछुआ अजगर ,नाग, धामना आदि दिख जाते हैं। मछलियों की 11 फैमिली से 56 प्रजातियां पाई जाती हैं।
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