छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में धर्मांतरण का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। करीब 30 से ज्यादा धर्मांतरित परिवारों का आरोप है कि, गांव के लोगों ने उनकी पिटाई की है। महिलाओं को भी दौड़ा-दौड़ा कर मारा है। धर्मांतरित परिवार का आरोप है कि, बेवजह उनकी पिटाई की गई है। इसी के विरोध में जिले के अलग-अलग अंदरूनी गांव के 300 से ज्यादा लोग कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे।
दरअसल, कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे धर्मांतरित परिवार के सदस्यों का कहना है कि, अलग-अलग गांव में उन्हें प्रताड़ित किया गया है। इनमें बेनूर, चिपरैल, बोरावड़ ,बोर पाल समेत अन्य गांव के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है। गांव वालों ने मीडिया को तस्वीर भी उपलब्ध करवाई है। जिसमें कई ग्रामीणों की पिटाई, दरवाजे तोड़ने की कोशिशें, घायल महिला-पुरुष समेत अन्य अलग-अलग तरह की तस्वीरें हैं। जैसे-जैसे इस बात की खबर आस-पास के गांव के धर्मांतरित परिवारों को मिली वे भी कलेक्ट्रट कार्यालय पहुंचे थे।
महिलाओं का आरोप- शराब के नशे में चूर थे पिटाई करने वाले लड़के
कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरने पर बैठीं महिलाओं का आरोप है कि, गांव की महिलाओं की भी पिटाई की गई है। जिन्होंने पीटा उनमें से कुछ लोग शराब के नशे में चूर थे। महिलाओं-बच्चों को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है। घर के सामान बाहर फेंक दिए गए। महिलाओं ने कहा कि, जिनकी पिटाई की गई है उनमें करीब 10 से 12 लोग बुरी तरह से घायल हैं। जिन्हें अस्पताल लेजाया गया है। फिलहाल ग्रामीणों की पिटाई के संबंध में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। रविवार को इन लोगों ने पूरे दिन प्रदर्शन किया था। बाद में शांत कराकर इन्हें वापस भेज दिया गया है।
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बोले- हम जानकारी जुटा रहे
इधर, इस मामले में सर्व आदिवासी समाज के संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने कहा कि, मामला संज्ञान में आया है। यदि पिटाई की बात सामने आई है। यदि यह सही है तो ऐसा कृत्य नहीं होना चाहिए। आपस में बातचीत कर समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, हम पिटाई के संबंध में गांवों से जानकारी जुटा रहे हैं।
शिकायत पर हुई FIR दर्ज- ASP
नारायणपुर ASP हेमसागर सिदार ने कहा कि, दो पक्षों में विवाद हुआ था। मारपीट के मामले में 4-5 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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