दसवीं बोर्ड की परीक्षा में जिले के 5 विद्यार्थियों ने स्टेट में टाॅप टेन में जगह बनाकर बेमेतरा जिले का रोशन किया है। स्टेट टाॅपर्स का मानना है कि अगर आप में सफलता पाने का जुनून है, तो न गरीबी रोक सकती है न कोई समस्या। जरूरत है तो केवल सच्ची लगन और कड़ी मेहनत की। टॉपर्स के मुताबिक इसके लिए 5-6 घंटे पढ़ाई और रिवीजन बहुत जरूरी है। तभी आप बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। कोई टॉपर विद्यार्थी डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई सर्जन बनकर मरीजों की सेवा तो किसी का कलेक्टर बनने का सापमा है।
क्रिकेटर आलोक साहू बनना चाहता है डाॅक्टर
जिले के बिलई निवासी आलोक साहू ने दसवीं बोर्ड परीक्षा में 97.50 प्रतिशत लाकर स्टेट टाॅपटेन में छठवां स्थान प्राप्त किया है। पिता अशोक साहू पेशे से किसान हैं। मां रीना साहू गृहिणी हैं व दसवीं पास हैं। आलोक आगे साइंस विषय लेकर डाॅक्टरी की पढ़ाई करना चाहते हैं। वे बताते हैं कि टाॅप टेन में आने के लिए वह प्रतिदिन 5-6 घंटे पढ़ाई करते थे। वे अच्छे क्रिकेट प्लेयर भी हैं।
पिता की मौत के बाद मां ने मजदूरी कर पढ़ाया
इस बार टॉप 10 में जगह बनाने वालों में अधिकांश किसान परिवार से हैं। जिले के हाईस्कूल अर्जुनी के छात्र रूपेंद्र निषाद स्टेट में टाॅप 10 में दसवें स्थान पर रहे। उन्होंने दसवीं में 96.83 प्रतिशत अंक हासिल किए हैैं। गांव के लोगों ने छात्र के घर जाकर उनकी रूपेंद्र ने बताया कि उनके पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। 10 साल पहले साल पहले सड़क हादसे में जान चली गई, जिसके बाद मां ने मजदूरी कर उसे पढ़ाया।
सर्जन बनकर मरीजों की सेवा करना चाहती है नुरिचा
शासकीय शिवलाल आत्मानंद राठी स्कूल बेमेतरा की कक्षा दसवीं की छात्रा नुरिचा साहू हार्ट सर्जन बनकर पूरी जिंदगी मरीजों की सेवा में गुजारना चाहती है। इसके लिए उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी है। नुरिचा ने 96.83 प्रतिशत अंक हासिल कर स्टेट में टॉप टेन में दसवां स्थान हासिल किया है। पिता राजाराम साहू गांव में खेती किसानी करते हैं। वहीं मां रमा देवी महिला कांग्रेस बेमेतरा की ब्लाॅक अध्यक्ष हैं।
भाविका का कलेक्टर बन जनता की सेवा का सपना
छात्रा भाविका सिन्हा ने कक्षा दसवीं बोर्ड में 96.83 अंक हासिल किया है। वह स्टेट की टाॅप टेन में दसवें स्थान पर रही हैं। भाविका आईएएस अफसर बनकर जनता की सेवा करना चाहती हैं। पिता प्रदीप सिन्हा शक्कर कारखाना कवर्धा में फील्ड असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं। वहीं मां प्रतिभा सिन्हा निनवा के सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। वे बताती हैं कि सालभर नियमित 6-7 घंटे पढ़ाई करती थीं।
मुस्कान की भी चाहत कलेक्टर बनने की
नवागढ़ की छात्रा मुस्कान वर्मा ने दसवीं बोर्ड में 600 में से 584 अंक हासिल कर 97.33 प्रतिशत अंक पाए हैं। वह स्टेट में सातवें क्रम पर रहीं। पिता राजूलाल वर्मा हरदी स्कूल में लेक्चरर हैं। वहीं मां हाउस वाइफ हैं। मुस्कान यूपीएससी करके आईएएस बनना चाहती हैं। वे बताती हैं ट्यूशन की बजाय सेल्फ स्टडी व स्कूल में पढ़ाएं विषयांे को घर में रिवीजन करना फायदेमंद रहा।
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