बीएसपी तीन साल बाद रेलवे की डिमांड को पूरा करने की स्थिति में है। साढ़े 11 लाख टन रेल पटरी की सप्लाई करनी है। जबकि अभी तक प्रबंधन करीब तीन लाख टन रेल पटरी की सप्लाई कर चुका है। रेलवे ने बीएसपी के सामने वित्त वर्ष 2021-22 में साढ़े 11 लाख टन रेल पटरी की डिमांड रखी है।
इनमें से 9 लाख टन लांग और ढाई लाख टन शार्ट रेल पटरी शामिल है। प्रबंधन के लिए राहत की बात यह है कि इस बार शार्ट रेल पटरी की डिमांड पिछले वर्षों के मुकाबले आधे से कम है। पिछले वर्ष तक करीब पांच लाख टन शार्ट रेल पटरी की डिमांड थी। वहीं पिछले वर्ष रेलवे ने बीएसपी को साढ़े 13 लाख रेल पटरी का आर्डर दिया था, इनमें से प्रबंधन करीब 70 हजार टन कम रेलपांत की सप्लाई कर पाया। कोरोना काल की वजह से इस बार रेलवे ने डिमांड कम रखी है, लिहाजा प्रबंधन भी इस वर्ष अपने एक्सक्लूसिव प्रोडक्ट के उत्पादन में फोकस कर रखा है। वित्त वर्ष के पहले दो महीने कोरोना की वजह से उत्पादन प्रभावित रहा। जिसके बाद दो साल बाद इस बार टार्गेट को पूरा करने की स्थिति में है।
नए ग्रेड के रेल पटरी उत्पादन का बनाया रिकॉर्ड, प्रोडक्शन भी सुधरा
यूनिवर्सल रेल मिल ने 27 अगस्त को 2561.06 टन प्राइम 60 ई-1 प्रोफाइल के साथ आर-260 ग्रेड की रेल रोलिंग कर दैनिक उत्पादन का नया कीर्तिमान स्थापित किया है जो कि 24 अगस्त को स्थापित दैनिक उत्पादन 2518 टन से कहीं अधिक है। दैनिक उत्पादन के साथ-साथ अब तक का सर्वश्रेष्ठ दैनिक प्राइम रेल, सर्वश्रेष्ठ दैनिक 130 मीटर रेल की रोलिंग के साथ-साथ 130 मीटर रेल की रोलिंग का सर्वश्रेष्ठ पाली उत्पादन का रिकाॅर्ड कायम कर अपनी उत्कृष्टता सिद्ध की।
नई रेल पटरी अधिक लोड सहने में सक्षम, ग्रेड में भी लगातार सुधार जारी
रेलवे ने सेल से माइक्रो-अलॉय रेल स्टील का उत्पादन करने की मांग की है। इसी आवश्यकता को पूरा करने के बीएसपी ने नए आर-260 ग्रेड रेल के उत्पादन पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया है जिससे इस रेल को उच्च यील्ड स्ट्रेंथ प्रदान किया जा सके। 60 ई-1 प्रोफाइल के साथ आर-260 ग्रेड की रेल यूरोपीय स्पेसिफिकेशन ईएन-13674 से कहीं अधिक उच्च गति और अधिक एक्सल लोड लेने के लिए सक्षम है। इसके अलावा ग्रेड में भी लगातार सुधार के लिए प्रयास किया जा रहा है।
हेड हार्डेंड रेल के प्रोडक्शन के लिए जर्मनी से आएंगे एक्सपर्ट्स
दो साल से लंबित हेड हार्डेंड रेल पटरी का नियमित उत्पादन सितंबर से शुरू हो सकता है। इसके लिए कोल्ड ट्रायल पिछले साल ही किया जा चुका है। हाट ट्रायल लंबित था। इसे लेने के लिए दो बार शेड्यूल बनाया गया लेकिन कोरोना लॉकडाउन की वजह से क्रियान्वित नहीं किया जा सका। एक बार तो जर्मनी से एक्सपर्ट की टीम भी बीएसपी आ गई थी लेकिन कोरोना की लहर शुरू होते ही उन्हें लौटना पड़ा। उसके बाद से हेड हार्डेंड रेल पटरी का उत्पादन लंबित था।
दूसरे सप्ताह से शुरू होगा ट्रायल, इसे लेकर अभी से तैयारी हुई शुरू
जर्मनी से एक्सपर्ट की टीम सितंबर में 7-8 तारीख से बीएसपी आने वाली है। एसएमएस मीर प्रबंधन ने बीएसपी को इसकी सूचना दे दी है। उनके आने के बाद हेड हार्डेंड रेल पटरी के नियमित उत्पादन की प्रक्रिया शुरू होगी। यह बीएसपी के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। इस रेल पटरी की विशेषता यह है कि तेज रफ्तार ट्रेन के अचानक ब्रेक लगाने और तत्काल गति पकड़ने पर लगने वाले झटके को सहने में सक्षम रहेगी। इस रेल पटरी का इस्तेमाल रेलवे स्टेशन में ही किया जाएगा, जहां ऐेसी स्थिति बनती है।
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