छत्तीसगढ़ के भिलाई स्टील प्लांट (BSP) प्रबंधन पिछले 45 दिनों के बाद भी टाउनशिप में पेयजल को लेकर आ रही शिकायतों को दूर नहीं कर पाया है। नल से गंदा पानी आ रहा है। एक बार फिर से इस पर BSP के पेयजल आपूर्ति को लेकर कलेक्टर ने नाराजगी जताई है। प्रबंधन से कहा कि शुद्ध पेयजल लोगों की बुनियादी आवश्यकता है। सिस्टम को ठीक करने की कार्रवाई पर्याप्त नहीं है।
एक बार फिर से सख्त हिदायत
दुर्ग कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने BSP टाउनशिप एरिया में शुद्ध पेयजल को लेकर प्रबंधन के अधिकारियों की बैठक बुलाई। पेयजल को लेकर आ रही शिकायतों को लेकर सख्त नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पिछली बार फिल्टर प्लांट के निरीक्षण के दौरान यह निर्देश दिये गए थे कि पेयजल को लेकर नागरिक पूरी तरह संतुष्ट रहें। आप लोगों ने सिस्टम ठीक करने के लिए कार्रवाई जरूर की है। लेकिन यह प्रभावी नहीं रही है, क्योंकि अब भी शिकायतें आ रही हैं। विशेषज्ञों से राय लेकर स्थायी रूप से समस्या को दूर करने का हल खोजें और लोगों की समस्या तुरंत हल करें।
गंगरेल से मंगाएंगे पानी-BSP
BSP प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि टाउनशिप में की जा रही जलापूर्ति पूरी तरह शुद्ध है। पानी के रंग को बेहतर करने को लेकर तकनीकी प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही स्थिति बेहतर होगी। अन्य तकनीकी प्रयासों के साथ ही गंगरेल से भी पानी मंगाया जाएगा। कलेक्टर ने प्रबंधन से कहा कि शुद्ध पेयजल ऐसा विषय है। जिसके लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है
जनप्रतिनिधि व प्रशासन रहे बेअसर
45 दिन से भी अधिक समय से मटमैला पानी आने से परेशान टाउनशिप के लोगों का कहना है कि बीएसपी प्रबंधन को कर्मचारी व रहवासियों के हित का ध्यान ही नहीं है। यहां हालत यह है कि भाजपा सासंद विजय बघेल के लगातार प्रयास, भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के लगातार निगरानी और कलेक्टर के द्वारा निरीक्षण के बाद दी गई हिदायत का भी कोई असर BSP प्रबंधन पर नहीं नजर आ रहा है। यही वजह है कि साफ पानी की आपूर्ति को लेकर प्रबंधन के सारे दावे फेल हो रहे हैं।
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