यूपी, बिहार और झारखंड से ट्विनसिटी में अवैध हथियारों की तस्करी हो रही है। नेवई में हुए गोलीकांड के बाद इसका खुलासा हुआ है। शहर में हथियारों की तस्करी के लिए कई एजेंट भी हैं। जिनके माध्यम से बदमाश कंट्री और फॉरेन मेड पिस्टल, मैगजीन और कारतूस खरीद रहे हैं।
पुलिस को सोशल मीडिया मीडिया पर बदमाश और एजेंट के बीच हुई चैटिंग मिली है। इसके आधार पर पुलिस हथियार खरीदने वाले बाकी बदमाशों की तलाश कर रही है। पुलिस को शंका है कि शहर में कई बदमाशों के पास हथियार मौजूद है। इसकी पुष्टि हाल में पकड़े गए मथुरा नाम से बदमाश ने भी की है। उसने कई बदमाशों के नाम भी बताए हैं। पिछले पांच वर्षों में पुलिस करीब 18 पिस्टल जब्त कर चुकी है। इसके साथ मैगजीन और 84 कारतूस जब्त कर चुकी है।
यूपी बिहार और झारखंड से आसानी से मिल रहे है हथियार
पुलिस के मुताबिक बदमाशों को यूपी, बिहार और झारखंड से आसानी से हथियार मिल रहे है। खुर्सीपार के बदमाश मथुरा ने इस बात का खुलासा किया था। उसने बताया था कि वह जेल से छूटने के बाद यूपी गया था,जहां से उसे आसानी से पिस्टल मिल गई।
सोशल मीडिया पर हथियार खरीदने का सौदा 7 से 25 हजार रुपए में
पुलिस को अवैध हथियार खरीदने बेचने वाले एजेंट और बदमाशों के बीच हुई बातचीत के साक्ष्य मिले हैं। सोशल मीडिया पर बदमाश हथियार खरीदने से लेकर डिलेवरी तक की चर्चा कर रहे हैं। लिखा हुआ है कि हथियार झारखंड और यूपी से आएगा। देसी कट्टे का रेट 7 तो पिस्टल और रिवाल्वर का रेट 25 हजार तक बताया गया है। बहरहाल मामले में पुलिस की जांच जारी है।
पुलिस पहले भी जब्त कर चुकी है हथियार
पुलिस ने फिलहाल दो कार्रवाई की, इससे बदमाशों से हथियार और कारतूस जब्त हुए। सोशल मीडिया पर एजेंट और बदमाशों के बीच हुई बातचीत के सबूत मिले हैं। जिसके आधार पुलिस तस्कर, एजेंट और हथियार खरीदने वालों की तलाश कर रही है। संजय ध्रुव, एएसपी सिटी दुर्ग
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