दुर्ग पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत इतना सराहनीय काम किया है कि उसकी चर्चा राजधानी तक हो रही है। खुर्सीपार पुलिस ने नाबालिग का अपहरण कर भाग रहे किडनैपर का 30 घंटे तक पीछा किया। लगभग 2500 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुणे बस स्टैंड में पुलिस ने एक नाबालिग आरोपी को पकड़ा है। इसके बाद 14 वर्षीय बच्ची को अपने कब्जे में लेकर परिजनों को सौंपा गया। पुलिस ने नाबालिग के खिलाफ धारा 363, 366 के तहत जुर्म दर्ज कर कार्रवाई की है।
खुर्सीपार टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि 29 नवंबर की रात एक नाबालिग बालिका (14) घर से बिना बताए निकल गई। परिजनों की रिपोर्ट पर मामले में धारा 363 के तहत दर्ज कर खोजबीन शुरू की। नाबालिग के पास कोई मोबाइल नंबर नहीं था। पुलिस टीम ने नाबालिग के घर के आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। इसमें रात को नाबालिग का फुटेज मिला। फुटेज में दिखाई दिया कि लड़की किसी लड़के के साथ जा रही थी। वह पैदल पावर हाउस स्टेशन पहुंचे और वहां से ट्रेन में पुणे के लिए निकले।
इसके बाद एक टीम ने उनका पीछा शुरू किया। करीब 30 घंटे तक पीछा करने के बाद टीम अगले दिन पुणे पहुंची तो वहां स्टेशन से फिर लड़की को लेकर लड़का गायब हो गया। इस पर टीम ने पता लगाया तो उनके बस स्टैंड की ओर जाने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस टीम बस स्टैंड पहुंची और एक नाबालिग के साथ लड़की को बरामद कर लिया। पुलिस दोनों को लेकर बिलासपुर लौट आई है। अभी तक कि पूछताछ में प्रेम प्रसंग का मामला सामने आ रहा है।
ऑपरेशन मुस्कान के तहत प्रदेश में पहली त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत यह पहली कार्रवाई है। जिसमें पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 30 घंटे तक आरोपी का पीछा किया। लगभग ढाई हजार किलोमीटर का सफर तय कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और बच्ची को उनके मां बाप के हवाले किया गया।
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