छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कोरोना की रफ्तार कम नहीं हो रही है। यहां पिछले 10 दिनों में कोरोना के 4045 नए मामले सामने आए हैं जबकि 58 लोगों की मौत भी हुई है। इस बीच कोरोना से बचने के लिए लोग अब पूजा पाठ का सहारा लेने लगे हैं। यहां महिलाएं अपने बच्चों को कोरोना से दूर रखने कोरोना को माता मानकर उपवास कर रही हैं।
शहर के पुराना बस स्टैंड के पास मां काली मंदिर के पास बड़ी संख्या में महिलाएं पूजा-पाठ के लिए शुक्रवार सुबह से ही पहुंचने लगीं। इन महिलाओं का कहना था कि कोरोना माता के लिए वह पूजा कर रही है। ताकि उनके बच्चें और परिवार सुरक्षित रहें। महिलाओं ने यह भी बताया कि मोहल्ले की लगभग 100-150 महिलाओं ने उपवास रखा है।
जानकारों ने कहा- कोरोना संक्रमण में उपवास न रखे, हो सकती है परेशानी
जानकार बताते हैं कि कोरोना संक्रमण उस समय तेजी से जकड़ता है, जब लोगों की इम्यूनिटी कम हो जाती है। इम्यूनिटी तब कम होती, जब हम खाली पेट रहते हैं। संक्रमण से बचने के लिए हमें अपनी इम्यूनिटी का सबसे ज्यादा ध्यान रखना है। खाली पेट कतई नहीं रहना है। उसके साथ बासी भोजन से भी परहेज करना है। घंटे-दो घंटे में कुछ न कुछ खाते रहे।
हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर रामकुमार शर्मा बताते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए सेहत का ख्याल रखना है। कोरोना महामारी फैली हुई है, ऐस माहौल में सबसे जरूरी है कि अपनी इम्यूनिटी को कम न होने दें। हर व्यक्ति को इसका ध्यान रखना है कि खाली पेट लंबे समय तक न रहें। अपनी डाइट चार्ट इस तरह तैयार करें, जिसमें लंबे समय तक खाली पेट न रहना पड़े। सुबह को पौष्टिक आहार के साथ नाश्ता करना चाहिए। दोपहर में खाने के साथ सलाद का ज्यादा इस्तेमाल करें।
यह आस्था या अंधविश्वास
कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है और दुनिया भर के डॉक्टर कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन और दवाइयां बनाने में लगे हुए हैं। वहीं राजनांदगांव शहर की महिलाएं आध्यात्मिक रूप से कोरोना के प्रकोप को दूर करने में जुटी हैं। ईश्वर में आस्था अच्छी बात है, लेकिन कोरोना को माता मानकर उसके प्रकोप को दूर करने पूजा-पाठ का यह सिलसिला अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहा है।
जिले में दवा भी, जांच भी
जिले में अब तक कुल 3 लाख 45 हजार 549 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। इनमें 15,278 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पहला और 13,133 दूसरा डोज लगाया जा चुका है। वहीं 12,083 फ्रंट लाइन वर्कर को प्रथम डोज और 8,911 को दूसरा डोज लगाया जा चुका है।
45 वर्ष और उससे अधिक उम्र वाले 2 लाख 66 हजार 423 लोगों को पहला जबकि 14,598 को दूसरा डोज लगाया जा चुका है। जिले में 18 से 44 वर्ष के बीच 15 हजार 123 लोगों को पहला डोज लग चुका है।
जिले में कोरोना के 4,878 एक्टिव केस
राजनांदगांव में अब तक 54 हजार 017 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है, इसमें से 49 हजार 139 मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। जिले में अब 4,878 कोरोना के एक्टिव केस हैं। वहीं यहां अब तक 449 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
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