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कोरोना के ज्यादातर मरीजों में सांस लेने की तकलीफ की समस्या बनी हुई है। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर मरीज खतरनाक स्तर तक पहुंच जा रहे हैं। पेंड्री स्थित कोविड-19 हॉस्पिटल में तो ज्यादातर मरीज ऑक्सीजन के भरोसे ही जिंदगी को बचाए रखे हैं। आईसीयू से लेकर हर वार्ड में ऑक्सीजन की खपत बढ़ी है।
रोज 450 सिलेंडर की खपत हो रही है। इसलिए सप्लायर ने अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखकर एक्स्ट्रा 500 सिलेंडर दूसरे राज्य से मंगाने की डिमांड की है। सप्लायर ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर अतिरिक्त सिलेंडर की व्यवस्था नहीं हुई तो आपातकाल में भरे हुए सिलेंडर की आपूर्ति करना मुश्किल है। बकाया 22लाख रुपए का जल्द भुगतान करने भी कहा जा रहा है। सप्लायर के इस पत्र के बाद प्रबंधन हड़बड़ा गया है।
इसलिए रोना रोया, सप्लाई करना भारी पड़ रहा है
सप्लायर की ओर से प्रबंधन से पत्राचार कर बताया गया है कि डिमांड ज्यादा होने की वजह से अन्य राज्यों से भी सिलेंडर आपूर्ति की मदद ली जा रही है। स्टॉक कम होने से सप्लाई करना भारी पड़ रहा है। ऐसे समय में कम से कम 500 नग ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता बनी हुई है। क्योंकि रोज 400 से 450 सिलेंडर कोविड अस्पताल में रोज खप रहा है। जबकि अस्पताल में केवल 150 सिलेंडर ही है। ऐसे में परेशानी और बढ़ सकती है।
दूसरे राज्य से मंगाने पड़ेंगे सिलेंडर, 40 लाख खर्च
दूसरे राज्यों से 500 सिलेंडर प्रति नग मंगाने पर लगभग 40 लाख रुपए खर्च आएगा। इसलिए जल्द ही 22 लाख रुपए बकाया भुगतान करने की मांग की गई है। सप्लायर ने प्रबंधन को बताया है कि अन्य अस्पतालों को भी सिलेंडर की सप्लाई करनी पड़ती है। वहीं बिना भुगतान के सिलेंडर मिल पाना मुश्किल है। अधीक्षक डॉ प्रदीप बेक ने बताया कि व्यवस्था न बिगड़े, इसलिए बकाया भुगतान भी करेंगे। ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे।
प्लांट से थोड़ी राहत
अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए 2 करोड़ की लागत से प्लांट लगाया गया है पर इसकी क्षमता केवल 175 सिलेंडर लायक ऑक्सीजन तैयार करने की है। इतना ऑक्सीजन 24 घंटे में तैयार हो रहा है पर यहां तो खपत इतनी ज्यादा है कि रोज 450 के लगभग सिलेंडर खाली हो जा रहे हैं।
नवंबर में बिगड़े थे हालात
सप्लायर को प्रतिदिन 150 सिलेंडर देने थे पर खपत बढ़ने पर संख्या बढ़ा दी गई है। हर ट्रिप में 45 सिलेंडर भेजा जा रहा है। सिलेंडर के भेजते और लोडिंग- अनलोडिंग करते तक सिलेंडर खत्म हो जा रहे हंै। नवंबर माह में ऑक्सीजन की कमी के चलते एक मरीज की मौत हुई थी। अफरा-तफरी मच गई थी। वैसे ही हालात फिर से होने लगे हैं।
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
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