इस खरीफ सीजन में डीएपी खाद की कीमत बढ़कर 1850 रुपए कर दी गई थी। कीमत बढ़ने से खेती का बजट बढ़ गया था। किसान परेशान हो गए थे। इसका लगातार विरोध भी होने लगा था। किसान इस कीमत पर खाद की खरीदी करने तैयार नहीं थे। लगातार विरोध के बाद केन्द्र सरकार की ओर से डीएपी खाद की कमी 1850 रुपए से घटाकर सीधे 1200 रुपए प्रति बोरी कर दी गई है। इससे किसानों का सीधे 650 रुपए की बचत हो रही है।
धान की फसल में सबसे ज्यादा डीएपी खाद का छिड़काव होता है। खेती में इसकी खाद के पीछे ज्यादा रकम खर्च किसान करते हैं ताकि धान की अच्छी पैदावारी हो सके, लेकिन इस बार केन्द्र सरकार की ओर से खाद की कीमत अचानक बढ़ा दी गई। सीधे 650 रुपए अधिक कर दिए जाने से किसानों की चिंता बढ़ गई थी।
किसान विरोध कर रहे थे
कई किसान तो कीमत सुनकर सोसाइटियों से वापस लौट जा रहे थे। किसानों का कहना था कि इस तरह कीमत बढ़ जाने से खेती का बजट गड़बड़ा रहा है। किसान संगठन की ओर से खाद के दाम में कमी करने की मांग उठाई जा रही थी। किसानों के विरोध और आर्थिक परेशानी को देखते हुए कीमत कम कर दी गई है। अब कीमत कम करने से राहत मिलेगी।
नई दर पर मिलेगी खाद
राज्य सरकार की ओर से भी केन्द्र को पत्र लिखा गया था। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीईओ सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि डीएपी खाद की कीमत कई हुई है। राज्य सरकार की ओर से लिखित में इसकी सूचना दी गई है। सोसाइटी में अब इसी नई दर के हिसाब से ही डीएपी खाद उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए सोसािटी में व्यवस्था की गई है।
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