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बारदाने की कमी और उठाव कमजोर होने से जगह कम पड़ने की शिकायतों के बाद प्रशासन की ओर से तीन दिन तक मेगा परिवहन अभियान चलाया गया। जिलेभर में 105 ट्रकें लगाई गईं और जाम की स्थिति वाले केन्द्रों से उठाव शुरू कराया पर रविवार को अभियान के आखिरी दिन मार्कफेड के अफसरों की लापरवाही के चलते सिंघोला संग्रहण केन्द्र में धान से लदे 10 ट्रकों के पहिए थम गए। इन ट्रकों के चालक केवल एक ही ट्रिप धान का उठाव कर पाए। यहां अनलोडिंग के लिए मजदूर नहीं होने का हवाला देकर ट्रकों को खड़े करा दिया गया। इसके चलते अन्य केन्द्रों से धान का उठाव नहीं हो पाया। तीन दिन के भीतर मेगा अभियान के तहत 68 हजार क्विंटल धान का उठाव किया गया। रविवार को भी ट्रकें लगाई गई थीं। लगभग 10 ट्रकों को अलग-अलग केन्द्रों में भेजकर पहली खेप में धान की लोडिंग कराई गई पर ट्रकें सिंघोला संग्रहण केन्द्र में पहुंची तो पता चला कि मार्कफेड की ओर से धान को उतारने के लिए मजदूर ही नहीं बुलाए गए हैं।
अनलोडिंग के लिए दिनभर इंतजार करते रह गए ट्रक चालक
मजबूरी में ट्रक चालक दिनभर में अनलोडिंग कराने इंतजार करते रह गए। हैरत की बात यह है कि जब परिवहन के लिए गाड़ियां भेजी गईं तो मार्कफेड की ओर से मजदूरों की व्यवस्था नहीं कराई गई। जबकि खरीदी केन्द्रों में रविवार को अवकाश के दिन भी लोडिंग करने के लिए मजदूर बुलाए गए थे। मार्कफेड के अफसर मजदूरों के छुट्टी पर होने का हवाला देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते रह गए।
लौटाए जाएंगे किसान
इसी तरह कन्हारपुरी केन्द्र में 20 हजार 50 क्विंटल की खरीदी हुई है। केवल 4 हजार क्विंटल का उठाव कर पाएं हैं। रोज 32 सौ किसानों को टोकन जारी कर रहे हैं। बताया कि बारदाना नहीं है। किसान बारदाना देेंगे तभी धान खरीद पाएंगे। ढाबा खरीदी केन्द्र में तीन से चार दिन बारदाना बचा हुआ है। 25 हजार 274 क्विंटल की खरीदी में केवल 11 हजार 540 क्विंटल का उठाव कराया गया है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीईओ सुनील वर्मा का कहना है कि बारदाने पहुंचा रहे हैं। जिन केन्द्रों में स्थिति खराब थी, वहां से परिवहन कराया गया है।
केन्द्रों में ऐसी है स्थिति
इधर भास्कर टीम ने खरीदी केन्द्रों में दस्तक दी तो पता चला कि अफसर बारदाना पहुंचाने की बात तो कर रहे हैं पर केन्द्रों में संकट की स्थिति बनी हुई है। गठुला खरीदी केन्द्र में 26 हजार क्विंटल धान खरीद लिया गया है। केवल 7 हजार क्विंटल का उठाव हुआ है। खरीदी के लिए एक दिन में यहां 5 हजार बारदाने की जरूरत है।
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