इस साल से जिले में भी नीट परीक्षा के लिए सेंटर बनाया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ने पत्र लिखकर मांग की थी। इससे संभाग के करीब 10 हजार विद्यार्थियों को सहूलियत होगी। वहीं आसपास के प्रदेशों के सीमावर्ती जिलों के विद्यार्थियों को सहूलियत होगी।
इससे पहले रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में ही सेंटर बनाए जाने के कारण विद्यार्थियों को आवागमन सहित रहने, खाने की व्यवस्था के लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़ता था। मालूम हो कि विगत वर्ष कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के बाद नीट के परीक्षार्थियों को हो रही आवागमन में असुविधा को देखते हुए अंबिकापुर से रायपुर, दुर्ग व बिलासपुर भेजने की व्यवस्था स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की ओर से कराई गई थी।
इस दौरान नीट का सेंटर अंबिकापुर में खोलने के लिए पत्र लिखकर भी उन्होंने आग्रह किया था। जिसमें बताया कि अंबिकापुर में पहले से ही पीईटी, पीएमटी, पीएटी, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, टीईटी व अन्य परीक्षाओं का आयोजन हो रहा है।
साथ ही यहांउच्च स्तर की परीक्षाओं के आयोजन की सम्पूर्ण व्यवस्था रहती है। जिसके बाद अब अंबिकापुर में नीट के सेंटर की अनुमति मिल गई है और इस वर्ष से अंबिकापुर में नीट की परीक्षा के लिए यहां सेंटर बनाए जाएंगे। इससे न सिर्फ आवागमन की असुविधा होगी। वहीं रायपुर जैसे शहरों में रुकने, खाने सहित अन्य खर्च भी नहीं होगा।
सरगुजा जिले से करीब तीन हजार विद्यार्थी देंगे परीक्षा
नीट परीक्षा में सरगुजा जिले से करीब 3 हजार विद्यार्थी शामिल होते हैं। वहीं पूरे संभाग से करीब 10 हजार से अधिक विद्यार्थी हर साल इस परीक्षा में शामिल होते हैं। अंबिकापुर में नीट का सेंटर बनाने के बाद से संभाग के इन सभी छात्रों को लाभ होगा।
इसके साथ ही सरगुजा संभाग की सीमा से लगे आसपास के प्रदेशों के सीमावर्ती जिलों के विद्यार्थियों को शहर पहुंचने में सहूलियत होगी। पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के शहडोल, अनूपपुर, उत्तर प्रदेश के सोनभद्र समेत झारखंड के सीमावर्ती जिलों के विद्यार्थी आसानी से अंबिकापुर पहुंच सकेंगे।
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