बिलासपुर में लगातार हो रही बारिश अब आफत बन गई है। शनिवार की सुबह तेज बहाव में आकर 10 साल का बच्चा बह गया। इस दौरान उसका बड़ा भाई किसी तरह बचकर बाहर निकल गया। वहीं, एक युवक भी बाढ़ के पानी में बह गया। SDRF की टीम मौके पर पहुंचकर उनकी तलाश कर रही है। इधर, बारिश से शहर की कई कॉलोनियां और मकान जलमग्न हो गए हैं। नगर निगम के आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से लोगों को कोई मदद नहीं मिल पा रही है। इसके चलते लोगों में आक्रोश है।
पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बरसात के बाद नदी-नाले उफान पर हैं। इसके चलते शहर व आसपास का इलाका जलमग्न हो गया है। शहर से लगे सकरी स्थित गोकने नाला में पानी बढ़ गया है। शनिवार की सुबह यहां जलस्तर बढ़ने के बाद ग्राम घुरू के दो बच्चे राधेमोहन और उसका छोटा भाई वीर सिंह (10) पिता सतनाम सिंह अपने घर के पास नहा रहे थे। तभी वीर सिंह और उसका बड़ा भाई राधेमोहन तेज बहाव में आ गए। राधेमोहन ने किसी तरह अपनी जान बचाई। जबकि, वीर सिंह बह गया। उसने इस घटना की जानकारी अपने परिजन को दी। उसकी तलाश के बाद कुछ पता नहीं चला।
SDRF की टीम पहुंची गांव
बच्चे के बाढ़ में बहने की जानकारी मिलते ही सकरी पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ भी जुट गई थी। सभी बच्चों की तलाश में जुटे हुए थे। पुलिस ने बच्चे की तलाश के लिए SDRF की टीम को बुलाया। बाढ़ के पानी में झाड़ियों के बीच गोताखोर बच्चे की तलाश में जुटे हुए हैं।
तिफरा के मन्नाडोल में भी बह गया युवक
इधर, तिफरा के मन्नाडोल में एक युवक बाढ़ में बह गया। बताया जा रहा है कि वह शुक्रवार की देर शाम घर से निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं आया। परिजन उसकी तलाश में निकले तब पता चला कि वह गोकने नाला में बह गया है। शनिवार की सुबह से सिरगिट्टी पुलिस के साथ ही SDRF की टीम उसकी तलाश कर रही है। दोपहर तक युवक का कुछ पता नहीं चल सका है। TI सागर पाठक ने बताया कि आसपास के लोगों से पूछताछ के बाद युवक के बहने की जानकारी मिली है, जिस पर SDRF की टीम के साथ युवक की तलाश की जा रही है।
शहर की कॉलोनियां हुई जलमग्न, उसलापुर बस्ती में डूब गए 20 मकान
लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर और आसपास के इलाकों में जलजमाव हो गया है। वहीं, शहर की कॉलोनियों में भी पानी भर गया है। लगातार हो रही बारिश के बाद नालों का जलस्तर बढ़ गया है। उसलापुर में तालाब और एनीकट में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे आसपास की बस्तियों में पानी भर गया है, जिसकी वजह से 20 मकान भी डूब गए हैं। यहां रहने वाले लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ रहा है। शहर की कॉलोनियों में भी बरसात का पानी घरों में घुस गया है। नगर निगम ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष तो बना दिया है। लेकिन, यहां कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है। शिकायत के बाद भी नगर निगम का अमला कोई बचाव कार्य नहीं कर पा रहा है। शहर की रिहायशी कॉलोनियां भी तालाब में तब्दील हो गया है और लोगों का घर से निकलना मुश्किल है।
हमारी कॉलोनी में नाव चलवा दीजिए...
शहर से लगे मंगला और उसलापुर में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हालात यह है कि एनीकट से लगी हुई आदर्श कॉलोनी के साथ ही सर्वमंगला विहार कॉलोनी में पिछले चार दिनों से पानी भरा हुआ है। लोगों के बाइक, कार भी बारिश से पूरी तरह से डूब गए हैं। कॉलोनीवासी नगर निगम से मदद मांग रहे हैं। लेकिन, किसी तरह की मदद नहीं मिल पाई है। अब परेशान कॉलोनीवासी बाहर निकलने के लिए नाव का इंतजाम कराने की मांग कर रहे हैं।
तोरवा, सरकंडा इलाके में भी दूर नहीं हुई समस्या
बारिश के बाद शहर के ज्यादातर इलाकों में पानी भर गया है। लेकिन, कई कॉलोनी और मोहल्लों में घरों में पानी घुस रहा है। इसके चलते लोगों को खासी परेशानी हो रही है। तोरवा क्षेत्र के साथ ही सरकंडा इलाके में बारिश की वजह से मोहल्ले तालाब बन गए हैं और लोगों का घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है।
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