'जन्मदिन नहीं मनाकर राजनीतिक जमीन तलाश रहे अमर अग्रवाल':पूर्व मंत्री के बर्थडे 'पॉलिटिक्स' पर कांग्रेस का तंज,बोले-बीजेपी सरकार में अपराधियों को मिला था सरंक्षण

बिलासपुर8 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
जन्म दिन पर पूर्व मंत्री और भाजपा नेता ने सरकार के खिलाफ किया था धरना-प्रदर्शन। - Dainik Bhaskar
जन्म दिन पर पूर्व मंत्री और भाजपा नेता ने सरकार के खिलाफ किया था धरना-प्रदर्शन।

बिलासपुर में पूर्व मंत्री की बर्थ डे 'पॉलिटिक्स'​​​​​ पर कांग्रेस नेताओं ने अमर अग्रवाल पर जमकर निशाना साधा है। नेताओं ने उनके जन्मदिन नहीं मनाने पर सवाल करते हुए कहा कि जब वे स्वास्थ्य मंत्री थे, तब प्रदेश के नसबंदी कांड में दो दर्जन महिलाओं की मौत हुई, कई मासूम बच्चे अनाथ हो गए और आंख फोड़वा कांड में कई लोगों के आंखों की रोशनी चली गई, तब उनकी संवेदना कहां थी और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। आज भाजपा में उपेक्षा और विधानसभा टिकट की अपेक्षा के बीच पूर्व मंत्री अग्रवाल अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं।

कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अर्जुन तिवारी, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, महापौर रामशरण यादव, विधायक शैलेष पांडेय ने बयान जारी कर कहा है कि बिलासपुर की भोलीभाली जनता को शहर विकास के नाम पर 20 सालों तक वे बरगलाते रहे। अरपा नदी को विकास के नाम पर टेम्स नदी बनाने का ख्वाब दिखाते रहे, और इस स्थिति में अरपा को ले आए कि स्वयं अरपा पानी के लिए तरसती रही। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने अरपा नदी में बारह महीने पानी रहे इसके लिए लगातार प्रयासरत हैं। अरपा नदी में दो बैराज और नदी के दोनों ओर फोरलेन सड़क निर्माण चल रहा है, जो 2023 के मध्य तक बनकर तैयार हो जाएगा।

सीवरेज की असफल परियोजना से बनाया खोदापुर
कांग्रेस ने कहा कि अमर अग्रवाल ने शहर में सीवर लाइन जैसे असफल प्रोजेक्ट लाकर शहर को खोदापुर का नया नाम दिया।जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों की बर्बादी की गई। इस भ्रष्टाचार के लिए जवाबदार कौन है, कांग्रेस ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब बेचने का सरकारीकरण करने वाली भाजपा है, और उनके नेता अपनी योजना की आलोचना किस मुंह से कर रहे हैं।

भाजपा नेता का भाई डलवा रहे थे डाका
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि, पूर्व मंत्री को शायद अपना कार्यकाल याद नहीं है। उन्होंने कांग्रेस भवन में पुलिस भेजकर लाठी चार्ज कराया। जब भाजपा के पूर्व नेता के भाई शहर और आसपास में डाका डलवा रहे थे, और पुलिस कुछ करने की स्थिति में नहीं थी, तब पूर्व मंत्री को पुलिस पर राजनीतिक दबाव नजर नहीं आया। जब भाजपा के युवा नेता एक महिला पुलिस के साथ थाने में दुर्व्यवहार किया। और पुलिस अपने साथी को न्याय नहीं दिला पा रही थी, तब किसके इशारे पर अपराधियों को संरक्षण मिल रहा था। उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए।

खबरें और भी हैं...