बिलासपुर में सहारा इंडिया कंपनी के जमाकर्ताओं ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के नेतृत्व में रैली निकालकर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की है। इस दौरान पूर्व मंत्री अमर ने कहा कि कांग्रेस ने अपने जनघोषणा पत्र में जमाकर्ताओं( निवेषशकों) को चिडफंड कंपनियों से पैसा वापस दिलाने का वादा किया था। लेकिन, सहारा इंडिया के नाम पर राज्य सरकार चुप क्यों है।
सहारा इंडिया के जमाकर्ताओं ने बताया, कि सहारा इंडिया एवं सहारा क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी अलग-अलग संस्थाएं हैं और जमाकर्ताओं का पैसा सहारा इंडिया सोसायटी में जमा है। निवेश की तय समय सीमा पूरी होने के बाद भी उनके पैसे नहीं लौटाए जा रहे हैं, जिसके कारण प्रदेश भर के हजारों निवेशक परेशान हैं। उन्होंने बताया कि जमकर्ता जब भी उनके ऑफिस में जाते हैं, तब उन्हें गलत जानकारी देकर बरगला दिया जाता है और पैसों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्हें कहा जाता है कि सहारा इंडिया का पैसा सेबी में सीज है, जिसके कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है।
सहारा इंडिया के निवेशक पिछले कई साल से परेशान हैं। उन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई के पैसे काटकर इसलिए जमा किया था ताकि समय आने पर इसका उपयोग कर सकें। लेकिन, समय अवधि पूरा होने के बाद भी उन्हें अपने ही पैसों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। अपने पैसों के भुगतान को लेकर उन्होंने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के साथ ही भाजपा नेताओं की अगुवाई में रैली निकालकर नेहरु चौक में प्रदर्शन किया। इसके बाद नारेबाजी करते हुए कलेक्टरेट पहुंचे, जहां कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जमाकर्ताओं की राशि दिलाने की मांग की। पैसे नहीं दिलाने पर जमाकर्ताओं के समर्थन में भाजपा ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
शिकायत पर पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
जमाकर्ताओ ने बताया कि जमा पैसे नहीं देने पर 17 नवंबर 2020 को सहारा इंडिया के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया है। लेकिन, भुगतान नहीं होने पर जब जमाकर्ता शिकायत लेकर पुलिस के पास जाते हैं, तब कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
अमर बोले- सरकार ने साध ली है चुप्पी
पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि सरकार में आने से पहले कांग्रेस ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने और जमाकर्ताओं को पैसे वापस कराने की घोषणा की थी। लेकिन, मालूम नहीं क्यों सहारा इंडिया के नाम से न पुलिस कार्रवाई कर रही है और न ही पैसे लौटाए जा रहे हैं। आज भी एजेंट और पैसा लूटने वाले मेरे पास आए थे और आंदोलन में नहीं जाने की बात कही, तब मैने उन्हें भगा दिया। अब आगे भुगतान नहीं किया गया, तब हम एजेंटों के घरों का घेराव करेंगे।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.