छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 17 साल के लड़के की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। हमलावर युवक पुरानी रंजिश के चलते बेटे के साथ ही पिता को भी मौत के घाट उतारने के प्लानिंग से पहुंचे थे। डबल मर्डर की वारदात को अंजाम देने के लिए उन्होंने पिस्टल से दो बार फायरिंग भी किया। लेकिन, ऐन वक्त पर पिस्टल ने धोखा दे दिया और दूसरा राउंड पिस्टल में फंस गया, जिसके कारण मिस फायर हो गया और मृतक लड़के के पिता की जान बच गई। अब पुलिस ने हत्या की वारदात में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस पूरे मामला का खुलासा पुलिस ने मंगलवार शाम को किया है। जिसमें ये बातें सामने आई हैं। इससे पहले पुलिस ने घटना के दोनों मुख्य आरोपियों को बिहार जाने से पहले पकड़ लिया था। आरोपी सारनाथ एक्सप्रेस से बिहार भागने की फिराक में थे। जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम ने ट्रेन रुकवाई और एक आरोपी को दबोच लिया। दूसरा आरोपी ट्रेन में छिप गया था, जिसे आगे स्टेशन से पकड़ लिया गया। हत्या का मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है, जिसे पकड़ने के लिए SSP पारुल माथुर ने एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट (ACCU) के साथ 17 सदस्यीय टीम बनाई थी।
पचपेड़ी क्षेत्र के मानिकचौरी निवासी मंगतूराम अजय (43) किराना दुकान चलाते हैं। घर में उसकी पत्नी सरोजनी (39) अनीश अजय (17) और नेहा अजय (12) रहते हैं। रविवार की रात करीब करीब 9 बजे दुकान गांव के ही दो बदमाश युवक भूपेंद्र पोर्ते और नंदू उर्फ नंदकिशोर साहू गुटखा लेने पहुंचे थे। मंगतूराम का बेटा अनीश उन्हें गुटखा देने के लिए निकला। इस दौरान पैसे देने से मना करने पर उनका झगड़ा शुरू हो गया।
पैसे देने से मना किया और फिर मार दी गोली
दोनों युवकों ने अनीश को गुटखा का पैसा देने से मना कर दिया। इसके बाद झगड़ा शुरू हो गया। आवाज सुनकर मंगतूराम, उसकी पत्नी और बेटी नेहा भी बाहर आए। युवकों ने मंगतूराम और उसकी पत्नी पर ईंट से हमला कर दिया। इस दौरान एक युवक ने पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी. जिससे गोली अनीश के पेट में लगी और वह बेहोश होकर गिर गया। इसके बाद हमलावर युवक बाइक से भाग निकले। इधर, अनीश के साथ ही उसके माता-पिता को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने अनिश को मृत बता दिया।
SSP पहुंची गांव, जांच के लिए बनाई थी टीम
गोली मारकर किशोर की हत्या करने की जानकारी मिलते ही सोमवार को SSP पारुल माथुर गांव पहुंच गई थीं। उन्होंने पुलिस अफसरों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इसके साथ ही ACCU प्रभारी हरविंदर सिंह के नेतृत्व में 17 सदस्यीय टीम बनाकर आरोपियों की तलाश करने कहा गया था। हरविंदर सिंह के नेतृत्व में टीम आरोपियों के रिश्तेदार और परिचितों के ठिकानों में लगातार दबिश दे रही थी। आरोपियों को पकड़ने में सक्रियता दिखाने वाले सभी सदस्यों को SSP ने शाबाशी दी। इसके साथ ही उन्हें प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया है। उन्होंने पांच हजार रुपए इनाम की घोषणा भी की थी, जिसे टीम के सभी सदस्यों में बांट दिया है।
योजना बनाकर गुटखा लेने गए थे आरोपी
SSP पारुल माथुर ने बताया कि आरोपियों से मंगतूराम का पुराना विवाद था। होली पर्व के दौरान उनके बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद दो माह पहले भी विवाद हुआ था। इसी रंजिश के चलते नंदू साहू और भूपेंद्र पोर्ते ने हत्या करने की योजना बनाकर गुटखा खरीदने पहुंचे थे। गुटखा लेने के बाद पैसे न देने के बहाने उन्होंने जानबुझकर विवाद शुरू किया। ईंट से हमला करने के साथ ही अनीश को गोली मारने के बाद हमलावरों ने मंगतूराम को भी निशाना बनाया और फायरिंग की। लेकिन, सही समय पर पिस्टल में राउंड फंस गया और मिस फायर हो गया। इसके बाद दोनों आरोपी बाइक से भाग निकले।यहां पढ़िए नए खुलासे की पूरी खबर
ससुराल पहुंचे, तब परिजनों ने भगाया
वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों युवक भागकर बलौदाबाजार पहुंच गए। बलौदाबाजार में नंदू साहू का ससुराल है। उसके ससुरालवालों को पता चला कि दोनों हत्या करके भागे हैं, तब उन्होंने उन्हें भगा दिया।
दोस्त ने की मदद, उसने ही खोला भागने का राज
इधर, पुलिस की टीम को पता चला दोनों आरोपी बलौदाबाजार तरफ भागे हैं, तब पुलिस की अलग-अलग टीम उनकी तलाश में जुट गई। जांच के दौरान पता चला कि दोनों आरोपियों का एक दोस्त है, जो पचपेड़ी क्षेत्र में पहले उनके साथ देखा गया था और वह बलौदाबाजार के रसेड़ा का रहने वाला है। जानकारी मिलते ही टीम ने देर शाम उनके दोस्त वीर सिंह को उठा लिया। उसके पास से वारदात में उपयोग की गई बाइक मिली। उससे पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तब उसने दोनों आरोपियों के भागने का राज खोल दिया। इसके बाद पुलिस ने वीर सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया।
सारनाथ एक्सप्रेस का पीछा करते हुए आई टीम, उसलापुर में पकड़ा गया आरोपी
जब तक पुलिस उनके दोस्त वीर सिंह को पकड़ा और फरार आरोपियों की जानकारी जुटाई, तब तक काफी देर हो गई थी। दोनों आरोपी भाटापारा स्टेशन में सारनाथ एक्सप्रेस में चढ़कर निकल गए थे। इधर, पुलिस को जैसे ही पता चला कि दोनों आरोपी सारनाथ एक्सप्रेस से भाग रहे हैं, तब उन्होंने तत्काल SSP पारुल माथुर को घटना की जानकारी दी। फिर दो टीम को बिलासपुर और उसलापुर एक्सप्रेस में लगा दिया गया। बिलासपुर स्टेशन में आरोपी नहीं मिले, तब पुलिस निराश हो गई थी। लेकिन, उसलापुर में ट्रेन रूकते ही पुलिस ने सघन तलाशी ली। इस दौरान आरोपी भूपेंद्र पोर्ते को टीम ने दबोच लिया। वहीं, दूसरा आरोपी नंदू साहू ट्रेन में छिप गया था, जिसे कोटा स्टेशन से पकड़ लिया गया।
पुलिस ने पूछताछ के बाद हत्या के दोनों आरोपी को भगाने वाले वीर सिंह को गिरफ्तार किया है। उसने बाइक को छिपाकर अपने पास रखा था। वहीं, वारदात में प्रयुक्त 9 MM के पिस्टल को भी छिपा कर रख लिया था। पुलिस ने उसके पास से बाइक और पिस्टल बरामद किया है। पूछताछ में उसने बताया कि दोनों को वह रेलवे स्टेशन छोड़ने गया था। दोनों आरोपी बिहार भागने की फिराक में थे। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी पहले भी बिहार में रह रहे थे।
गांजा तस्करी कर खरीदा था पिस्टल
ACCU प्रभारी हरविंदर सिंह ने बताया कि आरोपी भूपेंद्र सिंह पहले गांजा तस्करी करता था। गांजा लेने वह ओडिशा जाता था। इस दौरान उसने गांजा तस्करी कर बेचने के लिए उत्तरप्रदेश के लखनऊ गया था। वहीं से करीब 15 दिन पहले उसने 35 हजार रुपए में पिस्टल खरीदकर लिया था।
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