छत्तीसगढ़ से होकर हावड़ा-मुंबई रूट पर चलने वाली छह से अधिक ट्रेनें 31 जनवरी से तीन फरवरी तक लेट चलेंगी। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर रेल मंडल के चाचेर स्टेशन को तीसरी लाइन से जोड़ने के लिए नॉन इंटरलॉकिंग का काम किया जाएगा, जिसके कारण इन गाड़ियों को नियंत्रित कर देर से रवाना की जाएगी। अब रेल प्रशासन विकास कार्य के नाम पर यात्री सुविधाओं को होने वाली दिक्कतों के चलते ट्रेनों को कैंसिल नहीं करने का प्रयास कर रहा है।
राजनांदगांव - कलमना रेल मार्ग दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक महत्वपूर्ण और व्यस्ततम रेल मार्ग है, जो इस पूरे क्षेत्र को उत्तर भारत से जोड़ती है। परिचालन को और भी सुचारू व नई गाडियों के संचालन की दिशाा में काम करते हुए नई लाइनों का निर्माण किया जा रहा है। इसी दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करते हुए राजनांदगांव से कलमना के बीच तीसरी लाइन का काम चल रहा है। इसके अंतर्गत अंतर्गत राजनांदगांव - कलमना सेक्शन के चाचेर रेलवे स्टेशन को तीसरी लाइन से जोड़ने के लिए नॉन इंटरलॉकिंग का काम किया जाएगा। मालूम हो कि राजनांदगांव - कलमना रेलमार्ग की लंबाई 228 किलोमीटर है, जिसके विभिन्न स्टेशनों को तीसरी लाइन से जोड़ा भी जा चुका है।
80 घंटे में किया जाएगा इंटरलॉकिंग का काम
इस कार्य को तेजी से पूरा करने हेतु नागपुर मंडल के चाचेर स्टेशन में तीसरी लाइन कनेक्टिविटी के अंतर्गत नान-इंटरलाकिंग का काम 31 जनवरी से तीन फरवरी 80 घंटे में पूरा किया जाएगा। अभिनव तरीके से संपादित किए जाने वाले इस कार्य के सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें किसी भी यात्री ट्रेन को कैंसिल, शॉर्ट टर्मिनेटिंग, डाइवर्जिंग नहीं किया जा रहा है । कुछ ट्रेनों को 20 मिनट से लेकर 02 घंटे 30 मिनट तक नियत्रित की जाएगी।
नियंत्रित होने वाली गाडियां
देरी से रवाना होने वाली गाडियां
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