बिलासपुर जोनल मुख्यालय के कोचिंग डिपो के पास शनिवार शाम ओएचई तार टूट गया। जिसके कारण ट्रेनों के पहिए थम गए। बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस को उसलापुर रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। जिसके कारण उसलापुर में यात्रियों ने जमकर हंगामा मचाया। हालांकि जब उन्हें समस्या बताई गई, तो यात्री शांत हुए और स्थिति सामान्य होने का इंतजार करने लगे।
इस बीच 4 ट्रेनें जोनल स्टेशन पर खड़ी रहीं। घटना के समय मुंबई-हावड़ा मेल बिलासपुर पहुंचने वाली थी। तार टूटने के कारण ट्रेन को आउटर पर रोक दिया गया। वहीं, हीराकुंड एक्सप्रेस, रीवा एक्सप्रेस, बिलासपुर-बीकानेर एक्सप्रेस भी स्टेशन पर खड़ी हो गईं। बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस उसलापुर पहुंच गई थी, लेकिन तय समय पर नहीं छूटी और इसे भी स्टेशन पर रोक दिया गया। इधर रेलवे स्टेशन से कंट्रोल को सूचना देकर ओएचई तार टूटने की जानकारी दी गई।
इसके बाद सुधार के लिए रेलवे की टीम मौके पर पहुंची। मरम्मत शुरू हुई, लेकिन तार को जोड़ने में 5 घंटे लग गए। इसके कारण यात्री परेशान हुए। बिलासपुर में खड़ी ट्रेनों के यात्री परेशान होकर इधर-उधर भटकने लगे। कुछ यात्री स्टेशन मास्टर के पास पहुंच गए। जब उन्हें इसकी जानकारी मिली, तो वे वापस ट्रेन में जाकर बैठ गए। लोगों को बताया गया कि आगे तिफरा ब्रिज के पास मालगाड़ी खड़ी है। उसे भी ओएचई तार टूटने के कारण रोका गया है। जब तक यह ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी, तब तक लाइन सामान्य नहीं होगी।
करीब 5 घंटे के बाद ट्रेनों का परिचालन सामान्य हुआ। तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली। इसके बाद रेल परिचालन सामान्य हुआ। मुंबई-हावड़ा मेल शाम 6 बजे से आउटर पर खड़ी रही और रात 10 बजे गंतव्य के लिए रवाना हुई। इसी तरह हीराकुंड एक्सप्रेस रात 8 बजे से रात 9:50 बजे तक, बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस शाम 7:20 बजे से रात 11 बजे तक, बिलासपुर-बीकानेर एक्सप्रेस शाम 6:20 बजे से रात 10:30 बजे तक स्टेशन पर खड़ी रही। इसी तरह उत्कल एक्सप्रेस भी घंटों लेट से रवाना हुई।
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