बिलासपुर में रात के अंधेरे में अरपा नदी किनारे जुआरियों की महफिल सजी थी। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ट्रक में सवार होकर पहुंची। लेकिन, उन्हें पुलिस के आने की भनक लग गई और ज्यादातर जुआरी नदी में कूद कर भाग निकले। पुलिस ने घेराबंदी कर तीन जुआरियों को पकड़ लिया। उनके पास से 51 हजार रुपए बरामद किया गया है। सिविल लाइन TI शनिप रात्रे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से तिलकनगर चांटापारा के पीछे अरपा नदी के किनारे जुआरियों की भीड़ जुटने की खबर मिल रही थी। इस बीच पुलिस की टीम मौके पर पहुंचती, इससे पहले ही जुआरी नदी में कूद कर भाग जाते थे। लिहाजा, शनिवार की रात पुलिसकर्मियों को बिना वर्दी के कार्रवाई करने के निर्देश दिए। टीम के सदस्यों ने छापेमारी की योजना बनाई और रेत परिवहन करने वाले ट्रक में सवार होकर मौके पर पहुंच गई। इसके बाद भी जुआरियों को पुलिस के आने की भनक लग गई। ज्यादातर जुआरी नदी की तरफ कूद कर सरकंडा की ओर भाग गए। पुलिस ने घेराबंदी कर तीन जुआरियों को पकड़ लिया। उनके पास से 51 हजार 50 रुपए जब्त किया गया है।
पुलिस को चकमा देकर भाग निकले फड़दार अक्षय व लल्ला
पुलिस की छापेमारी में पकड़े गए जुआरी विजेंद्र सिंह, अमर प्रधान व राजेश यादव ने बताया कि फड़दार अक्षय व लल्ला नाम के युवक हैं, जो पुलिस की से सेटिंग होने के बहाने जुआ खिला रहे थे। पुलिस के पहुंचने पर जुआरियों के साथ ही दोनों फड़दार चकमा देकर भाग निकले।
मोमबत्ती की रोशनी में जमा था फड़, फड़दार लगाए थे पाइंटर
SI धर्मेंद्र वैष्णव ने बताया कि रात के अंधेरे में जुआरी युवक मोमबत्ती की रोशनी में फड़ जमाकर बैठे थे। पुलिस से बचने के लिए फड़दारों ने चांटापारा, प्रताप चौक से लेकर मेट्रो स्टुडियो के पास अलग-अलग युवकों को बैठाकर रखा था। दरअसल, युवक उनका पाइंटर का काम करते हैं। नदी तरफ अनजान लोगों को जाते देखकर उनके द्वारा फोन कर सूचना दे दी जाती है। पुलिसकर्मी अरपा के नए पुल मेट्रो स्टुडियो के बाजू से ट्रक में सवार होकर पहुंचे थे। इसके बाद भी जुआरी युवकों को पुलिस के आने की भनक लग गई।
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