छत्तीसगढ़ के बिलासपुर-रतनपुर मार्ग में हुए अलग-अलग सड़क हादसों में पांच मौत के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी की नींद खुली है। NHAI ने गुरुवार को जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान बिलासपुर-रतनपुर रोड में सेंदरी के पास अंडरपास या फिर ओवरब्रिज बनाने के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजने की जानकारी दी है। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी और जस्टिस एसएस अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने प्रदेश की दूसरी जर्जर सड़कों पर राज्य शासन से शपथपत्र मांगा है। वहीं, NHAI से उम्मीद जताई है कि अगली सुनवाई यानि 12 दिसंबर से पहले तक बिलासपुर के सेंदरी में अंडरपास बनाने फैसला ले लिया जाएगा।
दरअसल, NHAI बिलासपुर से होते हुए कटघोरा-अंबिकापुर तक फोरलेन सड़क बना रहा है। सड़क के किनारे कई गांव हैं, लेकिन NHAI ने यहां अंडरपास नहीं बनवाया है। इस वजह से कई हादसे हो रहे हैं। ऐसे ही बिलासपुर से करीब 15 किमी दूर सेंदरी चौक के पास कई हादसे हो चुके हैं। यहां साल भर के भीतर पांच लोगों की मौत हो चुकी है। हाईकोर्ट में नगर निगम की बदहाल सड़कों को लेकर दायर जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान पूर्व में न्यायमित्रों ने बताया था कि प्रदेश में पिछले पांच साल से सड़कें बदहाल है। स्टेट हाईवे की सड़कों की हालत जर्जर है तो वहीं NHAI की धीमी निर्माण कार्य से सड़कों की हालत खराब हो गई है। इसे गंभीरता से लेते हुए डिवीजन बेंच ने प्रदेश भर की सड़कों की रिपोर्ट मांगी थी। तब से इस केस की हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है।
NHAI की तकनीकी खामियों को न्यायमित्रों ने किया उजागर
न्यायमित्र राजीव श्रीवास्तव, प्रतीक शर्मा और सालसा के वकील आशुतोष कुछवाहा ने कोर्ट को अपनी रिपोर्ट दी थी, इसमें बताया कि कोनी थाने से सूचना के अधिकार कानून के तहत जानकारी ली गई, जिसमें एक ही जगह सेंदरी चौक में एक्सीडेंट के सात केस दर्ज हुए हैं, जिसमें 3 लोगों की मौतें भी हुई है। न्यायमित्रों की ओर से कहा गया की उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत भी की है, जिसमें उन्होंने आए दिन दुर्घटनाएं होने की जानकारी दी है। इसलिए यहां अंडरपास का निर्माण करने की आवश्यकता बताई। इस केस की सुनवाई के बाद यहां दो और हादसे हुए, जिसमें दो दो लोगों की मौत हो गई और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
अब NHAI ने सेफ्टी कंसल्टेंट की रिपोर्ट में बताया ब्लैक स्पॉट
इस केस की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट नेशनल हाईवे अथॉरिटी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया था, जिस पर गुरुवार को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने सेफ्टी कंसल्टेंट की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमे सेंदरी चौक में ब्लैक स्पॉट होने की बात को स्वीकार किया और बताया कि यहां अंडर पास या ओवर पास बनाने के लिए अनुशंसा की गई है और अंतिम निर्णय नेशनल हाईवे के दिल्ली मुख्यालय से लिया जाएगा। डिवीजन बेंच ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अगली सुनवाई से पहले NHAI से इस संबंध में निर्णय लेने की उम्मीद जताई है।
हाईकोर्ट ने राज्य शासन से मांगा शपथपत्र
न्यायमित्रों ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया कि रायगढ़ जिले के घरघोड़ा से जशपुर जिले के कुनकुरी और छाल से पत्थलगांव तक की बदहाल सड़कों के संबंध में भी रिपोर्ट पेश किया, जिस पर हाईकोर्ट ने राज्य शासन को शपथपत्र के साथ जवाब प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
SSP ने भी ली थी NHAI अफसरों की क्लास
बिलासपुर-रतनपुर मार्ग में 20 अक्टूबर को हुए रोड एक्सीडेंट का लाइव VIDEO सामने आने आया था। इसके बाद SSP पारुल माथुर ने NHAI के अफसरों की जमकर क्लास ली थी। उन्होंने पुलिस अफसरों के साथ उन्हें सेंदरी बाइपास रोड जंक्शन का निरीक्षण करने के लिए कहा था और गांव से होकर नेशनल हाईवे को जोड़ने वाली सड़क को बंद करने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही सर्विस रोड की चौड़ाई को भी 40 मीटर से कम कर 30 मीटर कम करने और वाहनों की स्पीड कम करने के लिए जंक्शन के चारों तरफ रंबल स्ट्रिप बनाने के लिए कहा था। SSP पारुल माथुर ने नेशनल हाईवे अर्थाटी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुकांता बसंत और सेफ्टी इंजीनियर सुधांशु कुशवाहा को तलब कर ट्रैफिक एडिशनल एसपी रोहित बघेल के बैठक लेकर नेशनल हाइवे की इस तकनीकी खामियों को बताया था।
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