छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रेलवे के कार्यक्रम में राज्यगीत 'अरपा पैरी के धार' गीत के अपमान का विवाद अब गहराने लगा है। इसे लेकर कांग्रेस ने जहां रेलवे प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं, बचाव में रेलवे के अधिकारी भी कूद गए हैं। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने सोशल मीडिया में सीएम के कार्यक्रम का लिंक शेयर करते हुए कह दिया कि मुख्यमंत्री भी इस समारोह में बैठे थे। हालांकि, जब आला अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई, तब उन्होंने इस पोस्ट को डिलीट करा दिया।
देश में सबसे तेज चलने वाली वंदेभारत ट्रेन के शुभारंभ अवसर पर रविवार को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में स्वागत समारोह का आयोजन किया था, जिसमें रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इसकी शुरूआत स्वागत गीत के बाद स्कूली बच्चों ने छत्तीसगढ़ के राज्यगीत 'अरपा पैरी के धार' की भी प्रस्तुति दी। स्टेज में जैसे ही राज्यगीत शुरू हुआ, अफसरों को उसके सम्मान में खड़े हो जाना था। लेकिन, अफसर अपनी सीट पर बैठे रहे। उनकी देखादेखी मौजूद लोग भी कुर्सी पर बैठे नजर आए।
रेल अफसर ने सोशल मीडिया में शेयर का सीएम का वीडियो
राज्यगीत के अपमान का मामला जहां राजनीतिक तूल पकड़ रहा है। वहीं, रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) साकेत रंजन ने सोशल मीडिया के वाट्सएप ग्रुप में सीएम के कार्यक्रम का वीडियो शेयर किया और कहा कि इस समारोह में राज्यगीत के दौरान मुख्यमंत्री भी बैठे थे। बाद में उनके इस पोस्ट की जानकारी रेलवे अफसरों को हुई, तब उनसे पोस्ट को डिलीट करा दिया गया। इस संबंध में मुख्य जनसंपर्क अधिकारी साकेत रंजन से बात की, तब उन्होंने किसी तरह का कमेंट करने से इंकार कर दिया।
NSUI ने की FIR की मांग
राज्यगीत का अपमान का मामला सामने आने के बाद NSUI के साथ ही कांग्रेस ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ मोर्चा को खोल दिया है। NSUI ने जहां सोमवार को तारबाहर थाने का घेराव कर राजगीत का अपमान करने वाले रेल अफसरों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग करते हुए जमकर हंगामा मचाया था। साथ ही पदाधिकारियों ने कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी।
कांग्रेस कमेटी जीएम से करेगी शिकायत
इधर, कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी सहित पदाधिकारियों ने भी राज्यगीत के अपमान को लेकर जीएम से मिलकर शिकायत करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि जीएम के सचिव को उन्होंने मोबाइल से फोन कर इसकी जानकारी दी है। दो दिन बाद मामले में प्रतिनिधिमंडल के साथ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जीएम ऑफिस पहुंचेंगे।
सीएम ने ही दिलाया है राजगीत का दर्जा
इधर, कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि रेलवे में पदस्थ अफसर छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को नहीं जानते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ही अरपा पैरी के धार गीत को राज्यगीत का दर्जा दिया है। लेकिन, रेलवे के अफसरों को क्या पता कि इस गीत को राज्यगीत का दर्जा कब मिला। जिस वीडियो को लेकर उन्होंने कमेंट किया है, उससे पहले का वीडियो पोस्ट किया है, तो उनके इस कृत्य का कांग्रेस कमेटी की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
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