छत्तीसगढ़ में सड़कों की बदहाली पर राजनीति गरमाई है। PWD मंत्री और सीनियर BJP लीटर सरोज पांडेय के आरोप-प्रत्यारोप के बाद जर्जर सड़कों को दुरुस्त करने की योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अफसरों को सड़कों के गड्ढों को भरने की चेतावनी दी है। इसके बाद विभागीय अफसरों के कान खड़े हो गए हैं। मंगलवार को PWD सचिव ने बिलासपुर में विभागीय अफसरों की बैठक ली और सड़कों को बनाने के लिए कार्य योजना तैयार करने और जर्जर सड़कों के मरम्मत करने की चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि CM भेंट मुलाकात में सड़कों की जानकारी ले रहे हैं। ऐसे में कहीं भी शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीते दिनों सड़कों की बदहाली को लेकर लोक निर्माण विभाग के साथ ही कलेक्टरों से भी चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि सड़कों की बदहाली के लिए कलेक्टर जिम्मेदार होंगे। इसके साथ उन्होंने लोक निर्माण विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी सहित अफसरों को काम में तेजी लाने के लिए कहा था। उनके निर्देश के बाद काम की प्रगति की समीक्षा करने के लिए मंगलवार को विभागीय सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी बिलासपुर पहुंचे। उन्होंने यहां अफसरों की क्लास ली।
एक-एक सड़क और कार्य योजना की ली जानकारी
बैठक में लोक निर्माण विभाग के अफसरों से उन्होंने जिले के साथ ही संभाग की सड़कों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अब बारिश थम गई है। ऐसे में जो भी कार्य योजना बनाई गई है, उस पर तत्काल काम शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक सड़क मरम्मत का काम पूरा हो जाना चाहिए। इसके लिए विभाग में बजट की कोई कमी नहीं है। बैठक में उन्होंने पहले बदहाल और जर्जर सड़कों को दुरुस्त करने के बाद चरणबद्ध तरीके से काम करने की चेतावनी दी। इस दौरान ईएनसी केके पिपरी, सीई कोर्राम सहित संभाग के सभी जिलों के अधीक्षण अभियंता और ईई मौजूद रहे।
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