बिलासपुर में सोमवार को रणजी क्रिकेट प्लेयर अमित मिश्रा के घर में घुसकर पड़ोसी युवकों ने जमकर उत्पात मचाया। रॉड, फावड़ा और डंडे लेकर घुसे युवकों ने उनके माता-पिता, छोटे भाई, उसकी गर्भवती पत्नी और अमित की पत्नी पर हमला किया। सभी को गंभीर हालत में अपोलो अस्पताल और CIMS में भर्ती कराया गया है।
सोमवार की सुबह जब पड़ोसियों ने हमला किया, तब अमित अहमदाबाद में थे। वहां रणजी का कैंप चल रहा है। उनकी पत्नी ने उन्हें फोन से हमले की जानकारी दी। तब अमित कैंप छोड़कर तत्काल बिलासपुर के लिए रवाना हो गए और रात में घर पहुंचे। खास बात यह है कि पुलिस ने सिर्फ साधारण मारपीट की धाराओं में FIR दर्ज की। हालांकि बाद में हत्या के प्रयास में मामला दर्ज करने की बात कही है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
पुताई को लेकर शुरू हुआ विवाद
सरकंडा के कृष्णा विहार कॉलोनी निवासी रणजी प्लेयर अमित मिश्रा के पड़ोसी गंगाधर मिश्रा अपने घर की पुताई करा रहे हैं। सोमवार सुबह गंगाधर मिश्रा उनके घर पहुंच गए। इस दौरान उसने अमित के पिता चंद्रिका प्रसाद से कहा कि उनके घर की तरफ की दीवार पर पुताई कराना है। इस पर चंद्रिका प्रसाद ने पूजा, पाठ करने और घर का कामकाज निपटाने के बाद पुताई करने की बात कही। आरोप है कि मना करने पर गंगाधर मिश्रा, उनका भाई, दो बेटे और अन्य दोस्त उनके घर में घुस गए और गाली-गलौज करने लगे।
हमले में चंद्रिका प्रसाद के साथ ही शशि, प्रतिमा, हितेश, मंजू, अल्का गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर, चंद्रिका प्रसाद के घर काम से आए तोरवा के शंकर नगर निवासी राजेश तिवारी भी इस हमले में घायल हो गए।
कार्रवाई में पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
पड़ोसियों के इस हमले में गर्भवती महिला के साथ ही परिवार के सदस्य गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना की शिकायत पर पुलिस न तो मामले की जांच करने पहुंची और न ही घायलों का हाल जाना। TI परिवेश तिवारी ने कहा कि हमलावरों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। जांच के दौरान इस प्रकरण में धारा 307 जोड़कर कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे से रणजी खेलते हैं अमित
अमित मिश्रा ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत 2008 से की थी। तब उन्होंने MP की टीम से खेला था। इसके बाद से वे लगातार रेलवे की टीम से खेल रहे हैं। विजय हजारे, सय्यद मुस्ताक ट्राफी के साथ ही रणजी खेलने वाले अमित मिश्रा सेंट्रल जोन टी-20 भी खेल चुके हैं।
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