छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान जमकर बवाल हो गया। दो समितियों के बीच झड़प के बाद भीड़ ने जमकर पथराव कर वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। इस पूरी घटना का अब VIDEO भी सामने आया है। देवकीनंदन चौक से लेकर जूना बिलासपुर तक जगह-जगह झांकियां सजी थी। सिटी कोतवाली चौक से दुर्गा समितियों को बारी-बारी से प्रवेश कराया जा रहा था। यह सिलसिला तड़के तीन से चार बजे तक चला और झांकी देखने के लिए लोगों की भीड़ सड़क पर लगी रही।
पहले जाने पर अड़े युवक, दो पक्षों में जमकर मारपीट, तोड़फोड़ भी की
शनिचरी बाजार और कुदुदंड दुर्गोत्सव समिति के पदाधिकारियों के बीच सुबह करीब 4 बजे विवाद में मारपीट हो गई। इसके करीब 6 बजे फिर से दूसरे पक्ष ने बदला लेने की नियत से हमला कर दिया। दनों पक्ष पहले आगे जाने की बात पर अड़े थे, जिसके चलते यह विवाद हुआ। देखते ही देखते दोनों पक्ष के युवक लाठी और रॉड लेकर एक-दूसरे के साथ भीड़ गए। विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पहले पक्ष से अभिजीत तिवारी ने हिमांशु राय, शैलेष, पारस सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया है तो दूसरे पक्ष से शैलेष कश्यप ने नवीन तिवारी, विजय गुप्ता और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है।
तोड़फोड़ और पथराव का VIDEO हो रहा वायरल
दो पक्षों में हुए विवाद और पथराव के बाद तोड़फोड़ का VIDEO सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें युवकों की लाठी-डंडा और रॉड लेकर तोड़फोड़ और पथराव करते दिख रहे हैं। युवकों की भीड़ डीजे और लाइट के साथ ही दूसरी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर रहे हैं। VIDEO वायरल होने के बाद पुलिस की व्यवस्था पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। सोशल मीडिया में पुलिस के खिलाफ कमेंट्स भी किए जा रहे हैं।
मौके से गायब रही पुलिस
बताया जा रहा है कि जिस समय दो पक्षों के बीच विवाद हुआ और लाठियां चली, तब पुलिस वहां से गायब थी। हालांकि, पुलिस अफसर पूरी रात ड्यूटी करने का दावा कर रहे हैं। लेकिन, जब विवाद और तोड़फोड़ हुई तब वहां न तो कोई जवान मौजूद था और न ही पुलिस अफसर। पुलिस तैनात रहती तो इस तरह की घटना नहीं हो पाती। इधर, एडिशनल SP सिटी राजेंद्र जायसवाल ने कहा कि जब घटना हुई, तब कुछ देर पहले वहां से निकले थे और सब ठीक था। जब वे थाने में आकर बैठे थे। उसी समय विवाद की खबर आई।
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